होली-रंगपंचमी-कविता-5

Started by Atul Kaviraje, March 06, 2023, 11:14:45 AM

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Atul Kaviraje

                                     होली-रंगपंचमी
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मित्रो,

     आज दिनांक-०६.०३.२०२३-सोमवार है. आज होली है. आईए, सभी बुरी, अनिष्ट प्रवृत्तियों को इस होली मे जलIकर नाश करे, एवं अच्छे विचारोका अवलंब करे. मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन कवी-कवियित्रीयोको होली की अनेक हार्दिक शुभेच्छाये. आईए, पढते होली की कुछ कविताये-रचनाये--

तू अपने रंग में रंग दे श्यामा
संसार के रंग फीके दिखे
जो तेरा प्रेम मिल जाये श्यामा
जीवन रस रंग भर भर दिखे

संसार के रंग बहुत देखे
तारों से सजा अम्बर देखा
जो तेरे रंग का हुआ अहसास
सारे रंग मोहे फीके दिखे
तू अपने रंग में रंग दे श्यामा
संसार के रंग फीके दिखे

राधा ने रंग दी प्रेम रास रंग में
मीरा ने रंग दी भक्ति में
द्रौपदी की मित्रता के रंग भी देखे
पर अपनी चुनरिया फीकी दिखे
तू अपने रंग में रंग दे श्यामा
संसार के रंग फीके दिखे

                      (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-अजब गजब.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-06.03.2023-सोमवार.
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