लफ़्ज़ों का खेल-हैसियत-धीरे-धीरे सुबह हुई...

Started by Atul Kaviraje, March 06, 2023, 10:57:50 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                     "लफ़्ज़ों का खेल"
                                    ----------------

मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "येसुदास, वाणी जयराम" की आवाज मे "हैसियत" फिल्म का गीत.

                                 "धीरे-धीरे सुबह हुई..."
                                ---------------------

धीरे-धीरे सुबह हुई जाग उठी ज़िन्दगी
पंछी चले अम्बर को, अम्बर को, अम्बर को
माझी चले सागर को, सागर को, सागर को
प्यार का नाम जीवन है
मंज़िल है प्रीतम की गली
धीरे-धीरे सुबह हुई...

डूब के सूरज फिर निकला
सारे जहां को नूर मिला
दिल के द्वारे तुमको पुकारे
एक नई ज़िन्दगी
प्यार का नाम जीवन...

किरणों से दामन भर लो
प्रीत से तुम तन-मन भर लो
जिसमें जितनी प्यास जगी
उतनी ही प्रीत मिली
प्यार का नाम जीवन...

==========================
धीरे धीरे सुबह हुई -Dheere Dheere Subah Hui
Movie/Album: हैसियत (1984)
Music By: बप्पी लाहिड़ी
Lyrics By: इंदीवर
Performed By: येसुदास, वाणी जयराम
==========================

               (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                       (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
              ---------------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-06.03.2023-सोमवार.
=========================================