II गुडी पाडवा II-कविता-3

Started by Atul Kaviraje, March 22, 2023, 10:51:20 AM

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Atul Kaviraje

                                    II गुडी पाडवा II
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मित्रो,

     आज दिनांक-२२.०३.२०२३-बुधवार है. आज "गुडी पाडवा" है. गुडी पडवा के दिन हिन्दू पंचांग का शुभारम्भ होता हैं. देश में उत्साह से यह पर्व मनाया जाता हैं सभी एक दुसरे को नव वर्ष की बधाई देते हैं. खासतौर पर महाराष्ट्र में इस त्यौहार पर धूम देखी जाती हैं. पुरे उत्साह, रीति रिवाज एवम संस्कारों के साथ यह त्यौहार मनाया जाता हैं . मराठी कविताके मेरे सभी भाई-बहन कवी-कवियित्रीयोको गुडी पाडवा की हार्दिक शुभकामनाये. आईए, पढते है, गुडी पाडवा की कुछ रचनाये-कविताये.

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गुड़ी पड़वा की हैं अनेक कथाये गुड़ी ही विजय पताका कहलाये पेड़ पौधों से सजता हैं चैत्र माह
इसलिए हिन्दू धर्म में यह नव वर्ष कहलाये
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चुलबुला सा प्यार सा बीते यह साल नव वर्ष में हो खुशियों का धमाल गणगोर माता का मिले आशीष
इसी दुआ में झुकाते हैं शीष
हर एक दिन हो मुस्कान से खिला
छाई रहे खुशियों की मधुर बेला
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मधुर संगीत का साज खिले हर एक पल खुशियाँ ही खुशियाँ मिले दिया बाती से सजाओ गुड़ी यह का पर्व
ऐसे ही रोशन रहे यह नव वर्ष
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प्रेम और सौहाद्र से करते नव वर्ष का आगाज सभी दिलो में प्रेम रहे और बढ़े ज्ञान रूपी प्रकाश नव वर्ष की बैला छाई है हर जगह
चलो मनाये हिन्दू नव वर्ष फिर एक साथ
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बीते पल अब यादों का हिस्सा हैं आगे खुशियों का नया फ़रिश्ता हैं बाहे फैलाये करो नए साल का दीदार
आया हैं आया गुड़ी का त्यौहार
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--कर्णिका
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                      (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-दीपावली.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-22.03.2023-बुधवार.
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