II ओम नमः शिवाय II-शिव शंकर भक्ती-भजन-डमरू बजाये अंग भस्म रमाये

Started by Atul Kaviraje, April 10, 2023, 08:37:59 PM

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Atul Kaviraje

                                  II ओम नमः शिवाय II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज श्री शंकराचा वार, सोमवार. आज मी तुम्हाला शंकराचे  भक्ती-भजन ऐकवीत आहे. फारच लोकप्रिय असे हे भजन, या भजनIचे  बोल आहेत - "डमरू बजाये अंग भस्म रमाये"

                               शिव शंकर भक्ती-भजन
                           "डमरू बजाये अंग भस्म रमाये"
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डमरू बजाये अंग भस्म रमाये और ,
ध्यान लगाये किसका न जाने वो डमरू वाला,
सब देवो में सब देवों में हे वो देव निराला,
डमरू बजाये अंग भस्म रमाये
और ध्यान लगाये किसका ,

मस्तक पे चंदा तेरी जाटा में हे गंगा,
रहती पार्वती संग में सवारी हे बुढा नंदा,
हे कैलाशी हे अविनाशी हे कैलाशी हे अविनाशी,
रहता सदा मतवाला डमरू बजाये.......

बाघम्बर धारी भोला शम्भू त्रिपुरारी,
रहता मस्त सदा शिव की महिमा हे सबसे न्यारी,
भोला भला वो मतवाला,पीवे भंग का प्याला,
डमरू बजाये........

सत्संग मंडल ये गाये ,
भोला शम्भू को ध्याये,
जो भी मांगे सो पावे दर से खली ना जाये,
बड़ा हे दानी बड़ा हे ज्ञानी,
बड़ा हे दानी बड़ा हे ज्ञानी,
सारा जग का रखवाला ..........

--SINGER UNKNOWN
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             (साभार आणि सौजन्य-शिवजी के भजन-महादेवा शिवरात्रि स्पेशल)
                             (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-10.04.2023-सोमवार.
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