II बाबासाहेब आंबेडकर जयंती II-कविता-9

Started by Atul Kaviraje, April 14, 2023, 10:49:04 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                            II बाबासाहेब आंबेडकर जयंती II
                           ------------------------------

मित्रो,

     आज दिनांक-१४.०४.२०२३-शुक्रवार है. आज  "बाबासाहेब आंबेडकर जयंती" है. बाबासाहेब अम्बेडकर के नाम से भी जाना जाता है, का जन्म दिन 14 अप्रैल को पर्व के रूप में भारत समेत पूरे विश्व में मनाया जाता है। इस दिन को 'समानता दिवस' और 'ज्ञान दिवस' के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि जीवन भर समानता के लिए संघर्ष करने वाले अम्बेडकर को समानता और ज्ञान के प्रतीक माना जाता है। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवियित्रीयोको बाबासाहेब आंबेडकर जयंती की बहोत सारी शुभकामनाये. आईए, पढते है, कुछ कविताये-रचनाये.

     डॉ. भीमराव आंबेडकर जी एक समाज सुधारक, शिल्पकार, अर्थशास्त्री तथा राजनीतिज्ञ थे उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को हुआ तथा उनकी मृत्यु 6 दिसम्बर 1956 में हुई थी | पुरे देश में 14 अप्रैल के दिन आंबेडकर जयंती के रूप में मनाया जाता है इसीलिए कई महान कवियों द्वारा अम्बेडकर जी के ऊपर कुछ बेहतरीन कविताये लिखी गयी है जिन कविताओं को जानने के लिए आप हमारी इस पोस्ट को पढ़ सकते है तथा अपने दोस्तों के साथ शेयर भी कर सकते है |

बचपन से साए में जीते जीते
बड़े हुए... फिर भी रहे वही साए उनके पीछे पीछे
नजर न आया क्या करना है
थोड़े समय में खूब पढ़ लिख गये
पढाई पूरी करने विलायत भी गये
वापस आकर भी दिखी उन्हें वही दशा
देश तो आज़ादी मांगे और हम आपस में खफा
हर एक मार्ग देख लिया उन्होंने
बात अहिंसा की करते थे
गौतम बुद्ध के आदर्शो पर चलते थे
नामुमकिन पथ को.. मुमकिन कर डाला
समाज में न थे जो.. उनका समाज बना डाला
हर तरह से वाकिफ थे वो
कोई उनकी नहीं सुनता था... लेकिन सबके लिए अकेले काफी थे वो
मकसद.. एक एक को इन्साफ दिलाना
वकालत में भी हाथ आजमाया
उनके जितना न था किसी के पास ज्ञान
गाँधी नेहरु प्रसाद ने रचवा डाला उनसे संविधान
मानते है आज भी सब उनको बहुत दिमाग वाला
1990 में भारत सरकर ने उन्हें याद कर ... भारत रत्न दे डाला
छोटी सी कविता में इतने बड़े इंसान को बयां कैसे करू
जिसने भारत को चलने लायक बनाया उसके बारे में और क्या लिखूं
अब न केवल संविधान बनाया.
इन्होने समानता का भी पाठ पढाया
जब भी जरुरत पड़ी भारत को
तब इंसानों को इंसान बनाया

                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी गाईड्स.इन)
                      ----------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-14.04.2023-शुक्रवार.
=========================================