II जय श्रीराम II-श्री श्रीराम भजन-राम को देख कर के जनक नंदनी

Started by Atul Kaviraje, April 26, 2023, 10:31:56 PM

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Atul Kaviraje

                                     II जय श्रीराम II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज बुधवार. आज ऐकुया श्री श्रीराम हिंदी भजन. या भजनIचे  बोल आहेत- "राम को देख कर के जनक नंदनी" 

                                    श्री श्रीराम भजन
                            "राम को देख कर के जनक नंदनी"
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राम को देख कर के जनक नंदनी
बाग में यु खड़ी की खड़ी रह गयी
राम देखे सिया को सिया राम को
चारो अखियाँ लड़ी की लड़ी रह गयी
बाग में यु खड़ी की खड़ी रह गयी

बोली पहली सखी जानकी के लिए
क्या विधाता ने ये जोड़ी है रची
पर धनुष कैसे तोड़ेंगे सुन्दर कुवर
मन में शंका बनी की बनी रह गयी
राम देखे सिया को सिया राम को
चारो अखियाँ लड़ी की लड़ी रह गयी
बाग में यु खड़ी की खड़ी रह गयी

बोली दूसरी सखी ये सच है मगर
पर चमत्कार तो इतना नही जानकी
एक ही बाण में ताड़का जो गिरी
जो गिरी तो पड़ी की पड़ी रह गयी
राम देखे सिया को सिया राम को

चारो अखियाँ लड़ी की लड़ी रह गयी
बाग में यु खड़ी की खड़ी रह गयी
 
--SINGER UNKNOWN
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                   (साभार आणि सौजन्य-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.04.2023-बुधवार.
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