II ओम सूर्याय नमः II-सूर्यदेव आरती-ऊँ जय कश्यप नन्दन

Started by Atul Kaviraje, May 14, 2023, 10:46:33 AM

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Atul Kaviraje

                                II ओम सूर्याय नमः II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार, म्हणजे त्या तळपत्या, उजळत्या, सर्व चरा-चरांस प्रकाश, उजेड, जीवन देणाऱ्या भास्कराचा, प्रभाकराचा दिन, त्या दिनकरास मी माझी पुढील भक्ती-आरती अर्पण करीत आहे. माझ्या आरतीचे शीर्षक आहे- "ऊँ जय कश्यप नन्दन"

                                    सूर्यदेव आरती 
                               "ऊँ जय कश्यप नन्दन"
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     सूर्य देव की आरती "जय कश्यप नंदन लिरिक्स | Jai Kashyap Nandan Lyrics" केदार पंडित जी के द्वारा गाया हुआ है।

                                  "ऊँ जय कश्यप नन्दन"
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ऊँ जय कश्यप नन्दन,
प्रभु जय अदिति नन्दन ।
त्रिभुवन तिमिर निकंदन,
भक्त हृदय चन्दन ।।
।। ऊँ जय कश्यप...।।

सप्त अश्वरथ राजित,
एक चक्रधारी ।
दु:खहारी, सुखकारी,
मानस मलहारी ।।
।। ऊँ जय कश्यप...।।

सुर मुनि भूसुर वन्दित,
विमल विभवशाली ।
अघ-दल-दलन दिवाकर,
दिव्य किरण माली ।।
।। ऊँ जय कश्यप...।।

सकल सुकर्म प्रसविता,
सविता शुभकारी ।
विश्व विलोचन मोचन,
भव-बंधन भारी ।।
।। ऊँ जय कश्यप...।।

कमल समूह विकासक,
नाशक त्रय तापा ।
सेवत सहज हरत अति,
मनसिज संतापा ।।
।। ऊँ जय कश्यप...।।

नेत्र व्याधि हर सुरवर,
भू-पीड़ा हारी ।
वृष्टि विमोचन संतत,
परहित व्रतधारी ।।
।। ऊँ जय कश्यप...।।

सूर्यदेव करुणाकर,
अब करुणा कीजै ।
हर अज्ञान मोह सब,
तत्वज्ञान दीजै ।।

ऊँ जय कश्यप नन्दन,
प्रभु जय अदिति नन्दन ।
त्रिभुवन तिमिर निकंदन,
भक्त हृदय चन्दन ।।

--केदार पंडित जी
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                 (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-ऑल भजन लैरिकस.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-14.05.2023-रविवार.
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