II ओम सूर्याय नमः II-सूर्यदेव आरती-ऊँ जय सूर्य भगवान

Started by Atul Kaviraje, May 21, 2023, 11:06:16 AM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                 II ओम सूर्याय नमः II
                                ---------------------

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार, म्हणजे त्या तळपत्या, उजळत्या, सर्व चरा-चरांस प्रकाश, उजेड, जीवन देणाऱ्या भास्कराचा, प्रभाकराचा दिन, त्या दिनकरास मी माझी पुढील भक्ती-आरती अर्पण करीत आहे. माझ्या आरतीचे शीर्षक आहे- "ऊँ जय सूर्य भगवान"

                                    सूर्यदेव आरती 
                                "ऊँ जय सूर्य भगवान"
                               --------------------

     सूर्य देव की आरती "सूर्य देव की आरती | Surya Dev Ki Aarti Lyrics" अनुराधा पौडवाल जी के द्वारा गाया हुआ है। आरती के लिरिक्स हिंदी और इंग्लिश में वीडियो के साथ दिए हुए है।

                                  "ऊँ जय सूर्य भगवान"
                                 --------------------

ऊँ जय सूर्य भगवान,
जय हो दिनकर भगवान।
जगत् के नेत्र स्वरूपा,
तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।
धरत सब ही तव ध्यान,
ऊँ जय सूर्य भगवान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

सारथी अरूण हैं प्रभु,
तुम श्वेत कमलधारी,
तुम चार भुजाधारी।
अश्व हैं सात तुम्हारे,
कोटी किरण पसारे,
तुम हो देव महान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

ऊषाकाल में जब तुम,
उदयाचल आते,
सब तब दर्शन पाते।
फैलाते उजियारा,
जागता तब जग सारा,
करे सब तब गुणगान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

संध्या में भुवनेश्वर,
अस्ताचल जाते,
गोधन तब घर आते।
गोधुली बेला में,
हर घर हर आंगन में,
हो तव महिमा गान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

देव दनुज नर नारी,
ऋषि मुनिवर भजते,
आदित्य हृदय जपते।
स्त्रोत ये मंगलकारी,
इसकी है रचना न्यारी,
दे नव जीवनदान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

तुम हो त्रिकाल रचियता,
तुम जग के आधार,
महिमा तब अपरम्पार।
प्राणों का सिंचन करके,
भक्तों को अपने देते,
बल बृद्धि और ज्ञान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

भूचर जल चर खेचर,
सब के हो प्राण तुम्हीं,
सब जीवों के प्राण तुम्हीं।
वेद पुराण बखाने,
धर्म सभी तुम्हें माने,
तुम ही सर्व शक्तिमान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

पूजन करती दिशाएं,
पूजे दश दिक्पाल,
तुम भुवनों के प्रतिपाल।
ऋतुएं तुम्हारी दासी,
तुम शाश्वत अविनाशी,
शुभकारी अंशुमान॥

॥ ऊँ जय सूर्य भगवान...॥

ऊँ जय सूर्य भगवान,
जय हो दिनकर भगवान।
जगत के नेत्र स्वरूपा,
तुम हो त्रिगुण स्वरूपा॥
धरत सब ही तव ध्यान,
ऊँ जय सूर्य भगवान॥

-- अनुराधा पौडवाल
------------------

                 (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-ऑल भजन लैरिकस.कॉम)
                 ------------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-21.05.2023-रविवार.
=========================================