II ओम नमः शिवाय II-शिव शंकर भक्ती-भजन-भोली सी सुरत माथे पे चंदा

Started by Atul Kaviraje, May 22, 2023, 10:17:17 PM

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Atul Kaviraje


                                   II ओम नमः शिवाय II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज श्री शंकराचा वार, सोमवार. आज मी तुम्हाला शंकराचे भक्ती-भजन ऐकवीत आहे. फारच लोकप्रिय असे हे भजन, या भजनIचे  बोल आहेत - "भोली सी सुरत माथे पे चंदा"

                                 शिव शंकर भक्ती-भजन
                              "भोली सी सुरत माथे पे चंदा"
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भोलीसी सुरत, माथेपे चंदा
देखो चमकता जाए
सदा समाधि में है मगन, कही
भोला नजर ना आए
जब भक्तो को पडे जरुरत
खुद को रोक ना पाए

सागर मंथन के अवसर पर , शिवजी विष पी जाए
पीकर विष की गगरी भोला नीलकंठ कहलाये
कोई भी मांगे बुंद तो ये सारा सागर दिखलाए
शिव की लीला बडी अलग है कोई समझ ना पाए

भोलीसी सुरत, माथेपे चंदा
देखो चमकता जाए
सदा समाधि में मगन, कही
भोला नजर ना आए
जब भक्तोको को पडे जरुरत
खुद को रोक ना पाए

शिव अकाम गुण के है धाम शिव का ही नाम संयम
शिवलीला तो है अगाध तोडे करमो का बंधन
शिव शक्ति से अलग नहीं है संसार का कण कण
शिव का नाम लिए मन मे चलता हूँ मै तो हरदम

भोलीसी सुरत, माथेपे चंदा
देखो चमकता जाए
सदा समाधि में मगन, कही
भोला नजर ना आए
जब भक्तोको को पडे जरुरत
खुद को रोक ना पाए

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लेखक ; धनाश्री पाटिल
गायक : मुकेश कुमार
संगीत : अशीष दाधीच
वीडियो : अनिता मीना
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             (साभार आणि सौजन्य-शिवजी के भजन-महादेवा शिवरात्रि स्पेशल)
                             (संदर्भ-हिंदी भजन लैरिकस.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-22.05.2023-सोमवार.
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