II ओम सूर्याय नमः II-सूर्य देव का वार है

Started by Atul Kaviraje, May 28, 2023, 10:20:58 AM

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Atul Kaviraje

                                 II ओम सूर्याय नमः II
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज रविवार, म्हणजे त्या तळपत्या, उजळत्या, सर्व चरा-चरांस प्रकाश, उजेड, जीवन देणाऱ्या भास्कराचा, प्रभाकराचा दिन, त्या दिनकरास मी माझी पुढील भक्ती-आरती अर्पण करीत आहे. माझ्या आरतीचे शीर्षक आहे- "सूर्य देव का वार है"

     सूर्य देव का यह अद्बुध भजन "सूर्य देव का वार है" लिरिक्स | Surya Dev Ka Vaar Hai Lyrics" अविनाश कर्ण जी के द्वारा गाया गया है। सूर्य देव को तेज, यश, बुद्धि का देव माना जाता है।

                                  "सूर्य देव का वार है"
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सूर्य देव का वार है उर्जा का संचार है ।
रवि वार दिन सूर्ये देव का पूज रहा संसार है ।।

सूर्य देव का वार है उर्जा का संचार है ।

सूर्ये देव का रथ चलता है तो जन जीवन चलता है,
पाके ऊष्मा सूर्ये देव की धरा का आँचल खिलता है ।
यही सूर्य का सार है उर्जा का संचार है,
रवि वार दिन सूर्ये देव का पूज रहा संसार है ।।

सूर्य देव का वार है उर्जा का संचार है ।
रवि वार दिन सूर्ये देव का पूज रहा संसार है ।।

प्राहते काल की नर्म लाली माँ सूर्ये देव जब लाते है,
जन जीवन जागृत होता पंशी गुण गुण गाते है ।
धरती का शिंगार है उर्जा का संचार है,
रवि वार दिन सूर्ये देव का पूज रहा संसार है ।।

सूर्य देव का वार है उर्जा का संचार है ।
रवि वार दिन सूर्ये देव का पूज रहा संसार है ।।

सूर्ये देव का जो प्रति दिन पूजन वन्दन करता है,
नियमत करे अश्नान ध्यान जो रवि अभिनंद करता है ।
कटता रोग विकार है उर्जा का संचार है,
उर्जा का संचार है ।।

सूर्य देव का वार है उर्जा का संचार है ।
रवि वार दिन सूर्ये देव का पूज रहा संसार है ।।

--अविनाश कर्ण
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                  (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-ऑल भजन लैरिकस.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-28.05.2023-रविवार.
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