दिन-विशेष-लेख-आंतरराष्ट्रीय बाल दिन

Started by Atul Kaviraje, June 01, 2023, 09:26:45 PM

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Atul Kaviraje

                                   "दिन-विशेष-लेख"
                                "आंतरराष्ट्रीय बाल दिन"
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज दिनांक-01.06.2023-गुरुवार आहे.  हा दिवस "आंतरराष्ट्रीय बाल दिन " म्हणूनही ओळखला जातो. वाचूया, तर या दिवसाचे महत्त्व, आजच्या या "दिन-विशेष-लेख" या शीर्षकI-अंतर्गत.

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अंतर्राष्ट्रीय बाल रक्षा दिवस--
विवरण-रूस में अंतर्राष्ट्रीय बाल रक्षा दिवस पहली बार सन 1949 में मनाया गया था। इसका निर्णय मॉस्को में 'अंतर्राष्ट्रीय महिला लोकतांत्रिक संघ' की एक विशेष बैठक में किया गया था।
उद्देश्य-बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना।
तिथि-1 जून
शुरुआत-1949
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     अंतर्राष्ट्रीय बाल रक्षा दिवस अथवा अंतर्राष्ट्रीय बाल दिवस (अंग्रेज़ी: International Day for Protection of Children OR International Children's Day) प्रत्येक वर्ष 1 जून को मनाया जाता है। यह दिवस सबसे पुराना अंतर्राष्ट्रीय उत्सव है जो 1950 से मनाया जा रहा है।

                    उद्देश्य--

     इसका उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की रक्षा करने की आवश्यकता की ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना है। रूस में आज के दिन अनाथ, विकलांग और ग़रीब बच्चों की समस्याओं की ओर विशेष रूप से लोगों का ध्यान खींचा जाता है। बच्चों को तोहफ़े दिए जाते हैं और उनके लिए विशेष समारोहों का आयोजन किया जाता है।

                 शुरुआत--

     रूस में अंतर्राष्ट्रीय बाल रक्षा दिवस पहली बार सन 1949 में मनाया गया था। इसका निर्णय मॉस्को में अंतर्राष्ट्रीय महिला लोकतांत्रिक संघ की एक विशेष बैठक में किया गया था। 1 जून सन 1950 को दुनिया भर के 51 देशों में 'अंतर्राष्ट्रीय बाल रक्षा दिवस' पहली बार मनाया गया था।

                आयोजन एवं कार्यक्रम--

     रूस की राजधानी मॉस्को में इस दिन भांति-भांति की प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं जिनमें बच्चों को पुरस्कार बांटे जाते हैं। नृत्य-संगीत कार्यक्रम भी होते हैं और साथ ही विभिन्न प्रदर्शनियां तथा ज्ञानवर्धक कार्यक्रम भी आयोजित होते हैं। 2007 से 'अंतर्राष्ट्रीय बाल-रक्षा दिवस' पर क्रेमलिन के 'महागिरजा चौक' पर मॉस्को के स्कूल छात्रों के लिए घुड़सवार और पैदल प्रहरियों की ड्यूटी बदलने की समारोही परेड होती है जिसमें राष्ट्रपति रेजिमेंट के सैनिक भाग लेते हैं। 2013 में क्रेमलिन अश्वारोहण विद्यालय के किशोर छात्रों ने भी इस समारोह में भाग लिया था।[1]

                    (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-भारत डिस्कवरी.ऑर्ग)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-01.06.2023-गुरुवार.
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