बकरी ईद-शायरी-22

Started by Atul Kaviraje, June 29, 2023, 05:13:44 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                      "बकरी ईद"
                                     ------------

मित्रो,

     आज दिनांक-२९.०६.२०२३-गुरुवार है. आज "बकरी ईद" है. मीठी ईद से लगभग 70 दिनों के बाद बकरीद मनाई जाती है. साल 2023 में भारत में बकरीद का त्योहार 28 जून 2023 को मनाया जाएगा. बकरीद का त्योहार कुर्बानी का संदेश देता है. इसका अर्थ होता है ख़ुदा के बताये गए रास्ते पर चलना. मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवियित्रीयोको, और मुस्लिम बंधू-भगीनिको बकरी ईद की बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आईए, पढते है बकरी ईद की कुछ बेहतरीन शायरी.

              ईद पर बेहतरीन शायरी--

=========================================
रोज़ा रखो या न रखो माहे- रमज़ान में,
दिल की बुराई तो तजो माहे -रमज़ान में।
- डा. संजय दानी कंसल

रोज़ा-दारान-ए-जुदाई कूँ ख़म-ए-अबरू-ए-यार
माह-ए-ईद-ए-रमज़ां था मुझे मालूम न था
- सिराज औरंगाबादी

रोज़े रखे मगर न पढ़ी ईद की नमाज़
तनख़्वाह वाले दिन ही मैं दफ़्तर नहीं गया
- ज़ुबैर अली ताबिश

लाया है चांद सबके लिए ईद की ख़ुशियाँ
रानाई से मख़मूर हैं घर, गांव और गलियाँ
- राहत बरेलवी सुभाष राहत बरेलवी

लुटी हर-गाम पर उम्मीद अपनी
मोहर्रम बन गई हर ईद अपनी
- हबीब जालिब

लैलतुल-क़द्र है हर शब उसे हर रोज़ है ईद
जिस ने मय-ख़ाने में माह-ए-रमज़ाँ देखा है
- मुनव्वर ख़ान ग़ाफ़िल

लो फिर से महकने लगीं उम्मीद की कलियां
खुलने लगे इमकान के दर, ईद मुबारक
- नुसरत मेहदी

लोग ढूँढे हैं जनाज़ों में अज़ीज़ों का सुराग़
पूछता फिरता है अपनों का पता ईद का चाँद
- मुमताज़ अज़ीज़ नाज़ा

वतन की आग बुझाओ . वतन की आग बुझाओ
छोड़ के नफरत मिलजुल कर सब होली ईद मनाओ
- इकबाल

वहाँ ईद क्या वहाँ दीद क्या
जहाँ चाँद रात न आई हो
- शारिक़ कैफ़ी
=========================================

                            (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-जखीरा.कॉम)
                           ------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-29.06.2023-गुरुवार.
=========================================