मोहरम-Messages, Quotes और SMS-2

Started by Atul Kaviraje, July 29, 2023, 06:37:46 PM

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Atul Kaviraje

                                        "मोहरम"
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मित्रो,

     आज दिनांक-२९.०७.२०२३-शनिवार है. आज "मोहरम" है. ताज़िया : बाँस की कमाचिय़ों पर रंग-बिरंगे कागज, पन्नी आदि चिपका कर बनाया हुआ मकबरे के आकार का वह मंडप जो मुहर्रम के दिनों में मुसलमान सुनी लोग हजरत-इमाम-हुसेन की कब्र के प्रतीक रूप में बनाते है और दसवें दिन जलूस के साथ ले जाकर इसे दफन किया जाता है। मराठी कविताके मेरे सभी मुस्लिम भाई बहनोको मै यह दिन समर्पित करता हू. आईए, पढते है मुहर्रम पर Messages, Quotes और SMS.

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कौन भूलेगा वो सजदा हुसैन का खंजरों
तले भी सर झुका ना था हुसैन का मिट
गयी नसल ए याजिद करबला की ख़ाक में
क़यामत तक रहेगा ज़माना हुसैन का!!!

एक दिन बड़े गुरुर से कहने लगी ज़मीन
आया मेरे नसीब में परचम हुसैन का फिर
चाँद ने कहा मेरे सीने के दाग देख होता है
आसमान पे भी मातम हुसैन का!!!

मुहर्रम को याद करो वो कुर्बानी
जो सिखा गया सही अर्थ इस्लामी
ना डिगा वो हौसलों से अपने
काटकर सर सिखाई असल जिंदगानी!!!

जन्नत की आरजू में कहां जा रहे हैं लोग
जन्नत तो करबाला में खरीदी हुसैन ने
दुनिया-ओ-आंखिरत में जो रहना हो चैन से
जीना अलि से सीखो मरना हुसैन से!!!

यूं ही नहीं चर्चा हुसैन का कुछ देख के हुआ था
जमाना हुसैन का सर दे के दो जहां की हुकूमत खरीद
ली महंगा पड़ा यजीद को सौदा हुसैन का!!!

करीब अल्लाह के आओ तो कोई बात
बने इमान फिर से जगाओ तो कोई बात
बने लहू जो बह गया कर्बाला में उसके
मकसद को समझो तो कोई बात बने!!!
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                          (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-ndtv.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-29.07.2023-शनिवार.
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