स्वतंत्रता दिवस-निबंध-4

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2023, 02:00:13 PM

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Atul Kaviraje

                                    "स्वतंत्रता दिवस"
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मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है एक महत्त्वपूर्ण निबंध.

            15 अगस्त पर निबंध –

     15 अगस्त हमारे देश का एक राष्ट्रीय पर्व है, जिसे हम स्वतंत्रता दिवस के रूप में हर वर्ष बड़ी ही धूम-धाम से हर्ष और उल्लास के साथ मनाते है। इस दिन 15 अगस्त 1947 में हमारा देश 200 वर्षों बाद अंग्रेजी हुकूमत की गुलामी से पूरी तरह आजाद हो गया था।

     जिसके आजाद होने के पीछे हमारे देश के बहुत से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान की अहम भूमिका है जिन्होंने अपने प्राणों को परवाह किये बिना देश की आजादी के लिए खुद को इस न्योछावर कर दिया, ऐसे सभी स्वतंत्रता सेनानियों की इस निस्वार्थ देशभक्ति को याद करे उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर हम सभी देशवासियों द्वारा हर वर्ष देश की आजादी के दिन को याद करके बड़े ही सम्मान के साथ अपने राष्ट्रीय ध्वज को विद्यालयों, कॉलेजों, बैंक व कार्यालयों में फहराया जाता है।

     15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटिश शासन से मुक्त होकर एक स्वतंत्र राष्ट्र बना था। 14 और 15 की मध्य रात्रि को कई विद्रोह के बाद भारत को स्वतंत्रता प्राप्त हुयी थी। हमे स्वतंत्र हुए आज पूरे 76 वर्ष हो गए हैं।

     हमारा भारत 200 वर्ष तक अंग्रेजों के अधीन था जिसके बाद हमारे देश में आजादी के लिए काफी लड़ाई लड़ी गयी। जिसमे बहुत से महापुरुषों ने अपना बलिदान दिया और भारत को एक स्वतंत्र देश बनाया। इस वर्ष हम स्वतंत्रता दिवस की 76वीं वर्षगांठ मना रहें है।

     स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में पूरा देश हर वर्ष पूरे हर्ष और उल्लास के साथ इस दिन को राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाते है। और स्कूल, कॉलेज और भारत के सभी संस्थानों में तिरंगा फहराया जाता है। और इस दिन बच्चे सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेते है और हास्य, नाटक, भाषण, नृत्य, जैसे कार्यक्रम आयोजित करते हैं।

     इस दिन देश के प्रधानमंत्री जी भारत की राजधानी दिल्ली के लाल किला पर झंडा फहराते है और उसके बाद राष्ट्रगान गाया जाता है और साथ ही 21 तोपों की सलामी भी दी जाती है।

     उसके उपरान्त प्रधानमंत्री जी लाल किले से पूरे देश को सम्बोधित करते है और स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में वहां और भी बहुत से लोग और बच्चे उपस्थित होते है। स्वतंत्रता दिवस के दिन हमारे सैनिक और एनसीसी कैडेट परेड करते है। परेड, और विभिन्न राज्यों की झांकिया निकाली जाती है

     तथा बच्चों द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं। प्रधानमंत्री जी के द्वारा दिया गया भाषण तथा लाल किले पर किये जाने वाले सभी कार्यक्रम लाइव (LIVE) प्रसारण किया जाता है। इस भाषण को पूरा देश अपने रेडियो और टेलीविजन के माध्यम से सुनता है।

     भारत को आजादी दिलाने में कुछ महापुरुषों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उन्होंने अपनी जान गंवा कर हमे एक स्वतंत्र राष्ट्र प्रदान किया है। इनमे से कुछ महापुरुषों के नाम इस तरह है- भगत सिंह, रानी लक्ष्मी बाई, चंद्र शेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, मंगल पाण्डे, राजगुरु, सुखदेव, महात्मा गाँधी।

     इस दिन महापुरुषों की कुर्बानियों को याद किया जाता है। और उन्हें भावपूर्ण श्रंद्धांजलि दी जाती है। आज के दिन स्कूलों में छात्र -छात्राओं में मिष्ठान का वितरण किया जाता है। सारे सरकारी दफ्तर में झंडा फहराया जाता है। इस दिन भारत के सभी सरकारी कार्यालय का अवकाश रहता है। स्वतंत्रता दिवस को सभी राज्य के मुख्यमंत्री अपने राज्य में ध्वजारोहण करते है।

--अंकित चीनवन
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                      (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी.nvshq.ऑर्ग)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
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