स्वतंत्रता दिवस-निबंध-9

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2023, 02:15:01 PM

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Atul Kaviraje

                                    "स्वतंत्रता दिवस"
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मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है एक महत्त्वपूर्ण निबंध

             स्वतंत्रता दिवस के नाम कुछ पंक्तिया--

     अंत में अपने देश की आजादी में योगदान देने वाले उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों की याद में बिस्मिल साहब की पंक्तिया कुछ इस प्रकार है।

       सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है।

     बिस्मिल साहब की इन पंक्तियों की शक्ति देखिये की ये सदियों के गुलाम भारतीयों के हृदय में स्वतंत्रता की लहर दौड़ा बैठीं, शायद ये इन जैसी कई कविताओं का जादू था या आजाद हिन्द में साँस लेने की तड़प, आजादी की आग इस देश को आजाद बना बैठी.

     कितना साहस था उन शहीदों में जो अपनी जान की बाजी लगा कर हमे आजाद कर गए, आज 75 साल बाद भी ये ना हम जान पाए और ना आप, बस रह गई उनकी वीरता की कहानिया जो आज भी रूह कंपा देती है, मरी हुई देश भक्ति जगा देती हैं, स्वतंत्रता की एहमियत बता देती है।

              स्वतंत्रता संग्राम से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य :-

     दोस्तों 15 अगस्त को हमारे देश के साथ दुनिया के कई अन्य देश अपना स्वतंत्रता दिवस मनाते हैं जो की क्रमशः 1945 , 1971 और 1960 में आज़ाद हुए थे। इन देशों के नाम इस प्रकार से हैं –

दक्षिण कोरिया
बहरीन
कांगो

     दोस्तों क्या आपको पता है जब हमारा देश 15 अगस्त 1947 को आज़ाद हुआ तब तक हमारे देश का कोई भी राष्ट्रगान नहीं था। आपको यह जानकर हैरानी होगी रविंद्रनाथ टैगोर हमारे देश का राष्ट्रगान "जन गण मन" 1911 में ही लिख चुके थे परन्तु देश की संसद के द्वारा 1950 में जन गण मन को राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया गया।

     क्या आपको पता है की देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू जी के द्वारा दिया गया ऐतिहासिक भाषण "Tryst with Destiny" 14 अगस्त की मध्य रात्रि को उस समय के वायसराय लॉज (अब राष्ट्रपति भवन) में दिया गया था। उस समय तक नेहरू जी देश के प्रधानमंत्री नहीं बने थे।

     वैसे तो हर वर्ष 15 अगस्त को लाल किले पर झंडा फहराया जाता है और लाल किले की प्राचीर (Barbican) से प्रधानमंत्री के द्वारा भाषण दिया जाता है। पर 15 अगस्त 1947 को ऐसा नहीं हुआ था उस समय झंडा 16 अगस्त 1947 को फहराया गया था।

     देश की स्वतंत्रता के समय देश के अंतिम वायसराय का नाम था "लार्ड माउंटबेटेन"। जिन्होनें देश की स्वतंत्रता के समय पंडित नेहरू के साथ आज़ादी के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किये थे।

              निष्कर्ष--

     देश की स्वतंत्रता में हमारे देश के वीरों द्वारा दिए गए योगदान को हमे सदैव स्मरण करते रहना चाहिए और उन्ही के नक़्शे क़दमों पर चलकर हमे हमारे देश की सम्प्रभुता व स्वतंत्रता की रक्षा करते हुए देश के एक जिम्मेदार नागरिक की तरह अपने देश की सेवा में योगदान देना चाहिए।

--अंकित चीनवन
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदी.nvshq.ऑर्ग)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
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