स्वतंत्रता दिवस-निबंध-15

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2023, 02:23:48 PM

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Atul Kaviraje


                                   "स्वतंत्रता दिवस"
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मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है एक महत्त्वपूर्ण निबंध.

          15 अगस्त पर निबंध :– Essay on 15th August

     भारतीय इतिहास में 15 अगस्त 1947 सबसे महत्वपूर्ण दिनों में से एक है। यह वो भाग्यशाली दिन है जिस दिन भारत को ब्रिटेन साम्राज्य से आजादी मिली थी। हर साल भारत सरकार के द्वारा इस दिन को एक राष्ट्रीय अवकाश देते हुए स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। हर साल इस पावन अवसर पर स्कूल, कॉलेज, प्राइवेट या सरकारी कार्यालयों में झंडा फहराया जाता है। कुछ स्कूल कॉलेजों में 15 अगस्त पर निबंध (Essay on Independence day in Hindi) लिखने का कार्य दिया जाता है। अगर आप उसके तहत 15 अगस्त 2023 पर निबंध ढूंढ रहे हैं. तो आज के लेख में हमने आपको एक बेहतरीन निबंध की जानकारी दी है।

     15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटेन साम्राज्य से आजाद हुआ था और इसी पावन दिन हमने अपने प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में जोहार लाल नेहरू और प्रथम राष्ट्रपति के रूप में डॉ राजेंद्र प्रसाद को देखा था। यह पहला दिन था जब प्रधानमंत्री ने लाल किला पर तिरंगा झंडा फहराया और स्वतंत्रता दिवस की घोषणा की। 15 अगस्त 2023 भारत के लिए 77वा आजादी दिवस होगा, इस शुभ अवसर पर अगर आप 15 अगस्त के संबंध में कोई निबंध ढूंढ रहे हैं तो इस लेख के साथ अंत तक बनी रहे।

     भारत में हर साल 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस नाम के राष्ट्रीय त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। 15 अगस्त प्रत्येक भारतीय के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है। 200 साल के भीषण संघर्ष के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत को आजादी मिली थी। उस दिन को याद करने के लिए 15 अगस्त के दिन प्रधानमंत्री लाल किले पर सबसे पहले झंडारोहण करते है। इसके बाद भारत में मौजूद सभी सरकारी, गैर सरकारी, स्कूल, कॉलेज या अन्य किसी भी कार्यालय में तिरंगा झंडा फहराया जाता है। हर साल लाल किला पर तिरंगा झंडा फहराया जाता है और विश्व के किसी प्रचलित हस्ती को मुख्य अतिथि के रुप में बुलाया जाता है। इसके बाद स्कूल के बच्चों, और आर्मी के नवजवान के द्वारा झांकी निकाली जाती है। इस झांकी में भारत के अलग अलग राज्य की संस्कृति और सभ्यता को आकर्षक रूप से दर्शाया जाता है।

     15 अगस्त का यह पूरा कार्यक्रम सर्वप्रथम 15 अगस्त 1947 को किया गया था। 200 साल की कड़ी मेहनत के बाद भारत के स्वतंत्रता सेनानी अपना सब कुछ न्यौछावर करके भारत देश को अंग्रेज सरकार से आजाद करवा पाए। 15 अगस्त हमें उन स्वतंत्रता सेनानियों की याद दिलाता है उनके बलिदान और गौरवपूर्ण इतिहास पर अपना सर नमन करने के लिए इस दिन को चुना गया है। 15 अगस्त 1947 भारत के आजादी का दिन था। इस दिन भारत के लोगों ने प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में जवाहरलाल नेहरू और प्रथम राष्ट्रपति के रूप में डॉ राजेंद्र प्रसाद को देखा था। तब से लेकर आज तक लगातार 77 सालों से देश का प्रत्येक नागरिक ने अपने प्रधानमंत्री को लाल किला पर तिरंगा झंडा फहरा कर स्वतंत्रता के दिन को याद करते हुए देखा है।

     भारत का हर नागरिक 15 अगस्त को अपने देश पर कुछ अधिक इतराता है और उन स्वतंत्रता सेनानियों को याद करता है। पिछले 77 साल से बड़े भव्य तरीके से स्वतंत्रता दिवस का त्यौहार मनाया जा रहा है। तब से लेकर आज तक भारत ने शिक्षण, आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक तरक्की की है। भारत की तरक्की को झांकी के रूप में हर साल दर्शाया जाता है। आने वाले समय में भी भारत तरक्की का सिलसिला जारी रखेगा और हम देख पाएंगे कि किस प्रकार विभिन्न टेक्नोलॉजी के जरिए इस त्यौहार को और भव्य तरीके से मनाया जाएगा। भारत के आने वाले उज्जवल भविष्य को दर्शाने के लिए इस झांकी में भारत सरकार की तरफ से बेहतरीन हथियारों, और टेक्नोलॉजी की भी प्रदर्शनी की जाती है।

--दिनेश कुमार
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                         (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-ईझी हिंदी.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
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