स्वतंत्रता दिवस-कविता-23

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2023, 02:57:28 PM

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Atul Kaviraje

                                    "स्वतंत्रता दिवस"
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मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है कुछ कविताये, रचनाये.

जब तक आसमां में सूर्य चाँद अवनी में गंगधर
तब तक ये शहीदी ये तिरंगा हम लहराएगे
तुझे कर के प्रेरणा का स्रोत खाते है कसम हम
देके अपनी जान इसकी आन को बचायेगे
हिन्द ही में जन्म लिया हिन्द ही में पले बढ़े
हिन्द ही का आज बहता धानियो में पानी है
हिन्द की महानता का वेदों ने बखान किया

हिन्द ही से बने हम सब हिन्दुस्तानी है
पलट के देखे यदि पन्ने इतिहास के तो
पाएगे यही हिंदी भाषा हिन्द से पुरानी है
जवानी में ही बूढी लगे ओढ़ के बंदिशी चादर
पर चादर के भीतर न तलि भर हिचकिचाहट है
चादर हटा कर देखों भाषाएँ मिला कर देखों

हिन्द में हमारी हिंदी रानियों की रानी है
बन के जवान जो काम नहीं माँ के आए
ऐसे नौजवानों की धिक्कार वो जवानी है
माँ का दर्द सुनकर न खून खौलता हो जिसका
ऐसे युवाओं में बहता रक्त नालियों का पानी है

--Pragya Dwivedi
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                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-एस्से ऑन हिंदी.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
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