स्वतंत्रता दिवस-कविता-28

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2023, 03:03:20 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                   "स्वतंत्रता दिवस"
                                  ----------------

मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है कुछ कविताये, रचनाये.

आजादी का यह उपहार दिया जिसने भारत को आधार
क्रांति रूपी लघु से सिंचित धरा भारत की हैं ये अभिजित
बलिदान ये व्यर्थ न जाए कीमत इसकी हम चुकाए
शिक्षा स्वास्थ्य और अवसंरचना बस यही हो सपना अपना
आत्मनिर्भर भारत हो अपना तभी पूर्ण होगा ये सपना

आओ मिलकर करे नमन जिसने की ये धरा अमन
बलिदान ये व्यर्थ न जाए कीमत इसकी हम चुकाए
बापू का था जो एक सपना स्वच्छ भारत हो अपना
आओ मिलकर करे विचार सपना हो ये साकार

जय जवान जय किसान का नारा अब संकल्पित करे
युवा शक्ति के बल पर भारत अब विश्व गुरु बने
बलिदान ये व्यर्थ न जाए इसकी कीमत हम चुकाएं

--शिवम मेहरा
-------------

                         (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-एस्से ऑन हिंदी.इन)
                        -----------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
=========================================