स्वतंत्रता दिवस-कविता-30

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2023, 03:05:38 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje


                                   "स्वतंत्रता दिवस"
                                  ----------------

मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है कुछ कविताये, रचनाये.

शत्रु सीमा लांघ न जाए
खड़े रहे चट्टानों से
देशभक्ति क्या होती है
तुम पूछो जरा जवानो से
शीश झुकाया नहीं भले ही
अपने प्राण गवाएं है
भरा पड़ा इतिहास हमारा
वीरों के बलिदान से

धुल चटाई बैरी को
जब उसने आँख उठाई है
भारत की सेना के रूप में
उसकी मृत्यु आई है
मार भगाया है दुश्मन को
सरेआम मैदानों से
भरा पड़ा है इतिहास हमारा
वीरों के बलिदान से

--देवांशु सिंह
------------

                         (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-एस्से ऑन हिंदी.इन)
                        -----------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
=========================================