स्वतंत्रता दिवस-निबंध-2

Started by Atul Kaviraje, August 15, 2023, 05:34:31 PM

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Atul Kaviraje

                                  "स्वतंत्रता दिवस"
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मित्रो,

     आज दिनांक १५.०८.२०२३-मंगलवार है. आज भारत का "स्वतंत्रता दिवस" है. सन् 1947 में इसी दिन भारत के निवासियों ने ब्रिटिश शासन से स्‍वतंत्रता प्राप्त की थी। यह भारत का राष्ट्रीय त्यौहार है। लाल किले पर फहराता तिरंगा; स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर फहरते झंडे अनेक इमारतों व स्थानों पर देखे जा सकते हैं। प्रतिवर्ष इस दिन भारत के प्रधानमंत्री लाल किले की प्राचीर से देश को सम्बोधित करते हैं। यह आज़ादी हमें 200 सालों की यातना, उत्पीड़न, युद्ध और बलिदान के बाद 15 अगस्त, 1947 को मिली. ब्रिटिश कोलोनियल शासन से कड़ी मेहनत से हासिल की गई यह आजादी लोकतंत्र का जश्न है. यह भारत के इतिहास में एक नये युग की शुरुआत का प्रतीक है। दशकों के अथक संघर्ष और बलिदान से सजी स्वतंत्रता की यात्रा कठिन थी। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन कवी-कवयित्रीयोको इस दिन कि बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आइये पढते है स्वतंत्रता दिवस-15 अगस्त पर निबंध.

               इतिहास के अहम पल--

(1) अंग्रेज़ो का हिदुस्तान आना- व्यापार करने के बहाने अंग्रेज़ 17वी शताब्दी में भारत आए। उस समय हिंदुस्तान में मुगलों की हुकूमत थी। अंग्रेजों ने व्यापार के बहाने अपनी सैन्य ताकत को बढ़ाया। कई राजाओं को धोखे से हराने के बाद अनेक क्षेत्रों पर कब्ज़ा कर लिया। 18वी सदी तक ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपना वर्चस्व स्थापित कर लिया था।

(2) भारत बना गुलाम- अंग्रेजों ने भारतीयों को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। भारतवासी ब्रितानी ताज के अधीन हो गए थे। दूसरे विश्व युद्ध के लिए थोक भाव में भारतीयों की जबरदस्ती सेना में भर्ती करी गयी। अंग्रेजों ने जलियावाला बाघ जैसे नरसंहार को अंजाम दिया। भारतीय केवल अंग्रेजों के दास मात्र बन के रह गए थे।

(3) कांग्रेस पार्टी बनाई गयी- 28 दिसंबर 1885 को कांग्रेस पार्टी बनाई गयी। 64 लोगों द्वारा राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की स्थापना की गयी। इस पार्टी ने क्रांतिकारी गतिविधियों को अंजाम दिया।

(4) हिंदुस्तान का बंटवारा- भारत के आजाद होते ही सांप्रदायिक दंगे शुरू हो गए। दंगो का नतीजा था देश का बंटवारा। जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रधानमंत्री बने और जिन्ना पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने। महात्मा गांधी की शांति की कोशिशों के बावजूद मरने वालों की तादाद लाखों में थी। आजादी की ख़ुशी के साथ में नरसंहार का मातम भी था।

(5) स्वतंत्रता का जश्न- हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस को वीर जवान और दंगों में मारे गए लोगों को याद कर के मनाया जाता हैं। लोगों ने एकजुट होकर आजादी की लड़ाई लड़ी। कुछ प्रमुख देशभक्त लोगों के नाम हैं भगत सिंह, सुखदेव और सुभाष चंद्र बोस। काफी महिलाओं ने भी आजादी की लड़ाई में योगदान दिया। सरोजिनी नायडू और बेसेंट कुछ प्रमुख क्रांतिकारी महिलाओं के नाम हैं।

               15 अगस्त के मायने--

     आजादी के दिन की तैयारी बड़े जोर शोर से की जाती हैं। भारत के माजूदा प्रधानमंत्री लाल किले के प्राचीन से तिरंगा फहराते है। राष्ट्रगान बजाया जाता है, फिर प्रधानमंत्री भाषण देते हैं। देशभक्ति वाले कार्यक्रम प्रस्तुत किये जाते हैं, इनका आनंद लाल किले जाकर या फिर टीवी पर लिया जा सकता है। 15 अगस्त हमारा राष्ट्रीय पर्व है। इस दिन स्कूल, कॉलेज और दफ्तर बंद रहते हैं।

     15 अगस्त को सब मिलकर एक जुट हो जाते हैं। कोई देशभक्ति के गीत सुनता है तो कोई देशभक्ति की फिल्म देखता है। लोग अपने वस्त्र और वाहन पे तिरंगा लगते हैं। इस दिन भारत के उन महान नेताओं को श्रद्धांजलि दी जाती है जो देश की आजादी की लड़ाई में शामिल हुए। भारतीय सेना इस दिन परेड करती है। हमें 200 साल की गुलामी के बाद आजादी मिली थी इसलिए जश्न भी धूम धाम से मनाया जाता है।

               निष्कर्ष--

     इस दिन हर भारतवासी वीरों के बलिदान को याद करता है। इस दिन लोग देश के प्रति समर्पित रहने का संकल्प लेते हैं। भारत माता की जय और जय हिन्द जैसे नारे लगते हैं। 15 अगस्त को लोग देश के लिए जीने का संकल्प लेते हैं।

--PP Team
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                        (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-परीक्षापॉईंट.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-15.08.2023-मंगळवार.   
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