अमिताभचा संघर्ष

Started by बाळासाहेब तानवडे, October 24, 2010, 01:25:43 PM

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बाळासाहेब तानवडे

अमिताभ  तेरा  ऊँचाई  से  बहुत  ही  गहरा  रिश्ता  है |
कद  ऊँचा ,करिअर  ऊँचा , अभिनय  तो  सबसे  ऊँचा  है |
तुने  पाया  साथ  सुहाना , तुने  पाया  प्यार  दीवाना |
विश्वसुन्दरी  बहु  का  पाना  ,श्वेता-अभिषेक का मिला नजराणा|
 
  तुने  अभिनय  में  नाम  कमाया , गायक  नहीं  फिर  भी  सुहाने  गीत  गाया |
Ads, शोज में तु छा गया, सबसे ज्यादा दौलत और शोहरत पाया |
एक  दिन  आई बड़ी  मलहुस  घडी  , कुली  के  सेट्पर  थी  मौत  खड़ी |
सबकी  दुवाये  काम  कर  गयी , मौत  जिन्दगी  से  राम -राम  कर  गयी |

इंडस्ट्री  में  जान  आ  गयी ,सब के  चेहरों  पर  मुस्कान  छा  गयी |
कुछ  दिन  का  आराम  हो  गया , आखिर  फ़िल्मोमे  सरे  आम  हो  गया |
फिर  तेरे  दिमाग  की  बत्ती  जली , तुने  ABCL   की  रेड  कारपेट  खोली |
  पहले  तो  अच्छी  चल  गयी , फिर  जैसे  चांदनी  रात  ढल  गयी |

  जैसे  किस्मत  पे  ताले  पड़  गए , ABCL   के  नाम  गड  गए |
चारो  तरफ  से  संकट  ने  घेरा , उलटा  पड़  गया  नसीब  का  फेरा |
बुरे  दिनों  से  तु  उब  गया , ऊपर  से  कर्जोमे  डूब  गया |
सब  कुछ  पानी  में  बह  गया  , जिंदगी  का  जैसे  कारवाँ  थम  गया |

  आखिर  यश  की  मोहबते  मिल  गयी , फिर  तेरी  गुलशन  खिल  गयी |
फिल्मे  एक  के  बाद  एक  हिट  हो  गयी , जिंदगी  की  गाड़ी  जैसे  फिर  फिट  हो  गयी |
KBC   ने खोले किस्मत के ताले, सुनहरे पल तेरे फिर वापस मिले |
अब  तो  सब  कुछ  खास -खास  है ,तबसे  ये   बन्दा  बिंदास  है |
तबसे  ये   बन्दा  बिंदास  है |

कवी : बाळासाहेब तानवडे

Rahul Kumbhar

sorry sir, but we dont allow posting poems in other languages.. Topic closed..

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