धर्मवीर आनंद दिघे साहब पुण्यतिथी-लेख-1

Started by Atul Kaviraje, August 26, 2023, 10:19:35 PM

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Atul Kaviraje


                            "धर्मवीर आनंद दिघे साहब पुण्यतिथी"
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मित्रो,

     आज दिनांक-२६.०८.२०२३-शनिवार है. आज "धर्मवीर आनंद दिघे साहब की पुण्यतिथी" है. आनंद दिघे , (27 जनवरी 1951 - 26 अगस्त 2001) धर्मवीर के नाम से लोकप्रिय एक वरिष्ठ नेता और शिवसेना के ठाणे जिला इकाई प्रमुख थे । आईए, पढते है साहेब पर एक महत्त्वपूर्ण लेख.

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Anand Dighe Biography-आनंद दिघे जीवन परिचय--

पूरा नाम-आनंद चिंतामणि दिघे
उपनाम-धर्मवीर और दीघे साहेब
व्यवसाय-राजनेता
जाने जाते हैं-शिवसेना के वरिष्ठ नेता और ठाणे जिला इकाई के प्रमुख के नाते

शारीरिक संरचना--

लम्बाई (लगभग)-से० मी०- 172
मी०- 1.72
फीट इन्च- 5' 8"
आँखों का रंग-काला
बालों का रंग-काला

राजनीति--

राजनीतिक पार्टी-शिवसेना पार्टी
राजनीतिक यात्रा-वर्ष 1984 में वह शिवसेना पार्टी की तरफ से ठाणे जिले का जिला पंचायत सदस्य बने थे।
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व्यक्तिगत जीवन--

जन्मतिथि-स्रोत 1: 27 जनवरी 1952 (रविवार)
जन्मस्थान-टेंभी नाका, ठाणे, बॉम्बे, भारत
मृत्यु तिथि-26 अगस्त 2001 (रविवार)
आयु (मृत्यु के समय)-49 वर्ष
मृत्यु कारण-दिल का दौरा
राष्ट्रीयता-भारतीय
गृहनगर-ठाणे, महाराष्ट्र
राशि-कुंभ (Aquarius)

शैक्षिक योग्यता-ज्ञात नहीं
धर्म-हिन्दू

प्रेम संबन्ध एवं अन्य जानकारियां--

वैवाहिक स्थिति-अविवाहित

परिवार--

पत्नी-ज्ञात नहीं
बच्चे-ज्ञात नहीं

माता-पिता--

पिता- चिंतामणि दिघे
माता- नाम ज्ञात नहीं

भाई/बहन-   
बहन- अरुणा दीघे

धन संपत्ति संबंधित विवरण--

कार संग्रह-महिंद्रा आर्मडा कार
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            आनंद दिघे से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां--

आनंद दिघे एक भारतीय राजनेता हैं। जो महाराष्ट्र की शिवसेना पार्टी के वरिष्ठ नेता के तैर पर जाने जाते हैं।

दिघे लगभग 18 साल की उम्र में ही राजनीती में कदम रखा था।

आनंद दिघे पानी पीने के लिए ज्यादातर स्टील के घड़े का उपयोग करते थे।

हिंदुत्व और मराठी अस्मिता को लेकर आगे बढ़ने वाले दिघे 70 के दशक में शिवसेना पार्टी के कार्यकर्त्ता के रूप में काम करना शुरू किया था। जिसके बाद बाल साहेब ठाकरे ने उन्हें ठाणे जिला का प्रभारी नियुक्त किया। ठाणे जिला की जिम्मेदारी सँभालने के बाद आनंद दिघे लोगों की समस्या सुनने के लिए एक दरबार लगाया करते थे। जहां समस्याओं का तत्काल निवारण किया जाता था। अपने इस छवि के लिए वह गरीबों और कमजोर लोगों के मसीहा माने जाते थे।

आनंद दिघे कई मौकों पर लाल कृष्ण आडवाणी के साथ काम किया था।

आनंद दिघे लोगो के हितों में एक आश्रम की शुरुआत की थी जिसका नाम उन्होंने अपने नाम "आनंद आश्रम" के नाम पर रखा था। आनंद आश्रम के तहत गरीब और बेसहारा लोगों की मदद की जाती थी।

उन्हें कैरमबोर्ड खेलना बहुत पसंद था और वह अपने खाली समय में अपने सहपाठियों के साथ कैरमबोर्ड खेला करते थे।

उन्हें कई समारोहों के दौरान अन्ना हजारे के साथ भी देखा जा चुका है।

आनंद दिघे शिव सेना पार्टी के वरिष्ठ और कद्दावर नेता थे। उन्हें ठाणे जिला का छोटा बाल साहेब कहा जाता था।

आनंद दिघे भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त थे और वह नियमित रूप से उनकी पूजा-पाठ किया करते थे।

बाल ठाकरे की तरह ही दिघे कभी चुनाव के लिए खड़े नहीं हुए।

वह कई बार भक्ति साधना के लिए सूनसान जगहों का चुनाव करते थे।

आनंद दिघे ज्यादातर अपना समय  हिंदुत्त्व की लड़ाई और समाज सेवा में व्यतीत किया था।

                     (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-स्टार्स अनफोल्डेड.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-26.08.2023-शनिवार.
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