रक्षाबंधन-निबंध-3

Started by Atul Kaviraje, August 30, 2023, 06:59:20 PM

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Atul Kaviraje

                                      "रक्षाबंधन"
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मित्रो,

     आज दिनांक-३०.०८.२०२३-बुधवार  है. आज "रक्षाबंधन" है. रक्षाबंधन शुभ त्योहार के अवसर पर बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके लंबे उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई इस दिन बहनों को तोहफा देने के अलावा यह वचन भी देते हैं कि वे जीवनभर एक-दूसरे के सुख-दुख में उनका साथ देंगे। बहनें इस दिन अपने भाइयों के लिए उपवास भी रखती हैं। मराठी कविता के मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको रक्षाबंधन त्योहार की बहोत सारी शुभकामनाये. आईये पढते है रक्षाबंधन एक महत्त्वपूर्ण निबंध.

     जबकि इस पर्व का संदेश और सार इनसब चीजों से अलग, भाई और बहन के रिश्ते को और भी मजबूत करने से जुड़ा है। यह प्रेम का पर्व है, पवित्रता का पर्व है, जहां महंगे कपड़ों, उपहार, फ़ैन्सी राखियों से ज्यादा एक बहन का अपने भाई की कलाई पर धागा बांधना और भाई का इसके बदले अपनी बहन को उसकी मुश्किलों से दूर रखने के वादे का महत्व है। रक्षाबंधन साल में एक बार आता है, लेकिन भाई-बहनों का संबंध जीवन भर के लिए रहता है। मुमकिन है कि समय बीतने के साथ एक वक्त ऐसा भी आए जब भाई-बहन साथ न रहें, मगर उन दोनों के बीच चाहे कितनी भी दूरी हो जाए, वो हमेशा भावनाओं की एक डोर से जुड़े रहते हैं। यही भावनाओं की डोर रक्षाबंधन के दिन मन से निकल कर भाइयों की कलाई पर सजती है। यह पर्व एक तरह से उन भाई-बहनों के लिए भी साल भर में एक बार मिलने का एक बहाना भी बन जाता है, जिनके बहनों का विवाह हो गया है या फिर किसी भी वजह से उन दोनों को दूर-दूर रहना पड़ता है। निश्चित ही रक्षाबंधन का पर्व भाई-बहनों के लिए किसी महापर्व से कम नहीं है।

         रक्षाबंधन 2023 शुभ मुहूर्त (Rakhsabandhan in Hindi Shubh muhurt)--

     रक्षा बंधन के लिए एक शुभ मुहूर्त होता है इस हिंदी रक्षाबंधन निबंध (Essay on Raksha Bandhan in Hindi) में रक्षाबंधन के शुभ समय की जानकारी दी गई है जिसके दौरान भाई को रक्षासूत्र बाँधने पर शुभ परिणाम मिलते हैं। भद्रा अवधि को अशुभ माना जाता है। भद्राकाल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। ऐसे में भद्रा के समय रक्षाबंधन नहीं बाँधा जाना चाहिए। रावण की बहन ने भद्राकाल में रावण को राखी बाँधी थी, कहते हैं इसके प्रभाव से पूरे कुल का विनाश हो गया। 30 अगस्त को सुबह से ही भद्रा लग रहा है जो कि रात 09.01 बजे तक रहेगा। इसके चलते रक्षाबंधन के शुभ मुहूर्त के बारे में प्रश्न किए जा रहे हैं।

     30 अगस्त को रात 9:01 बजे से लेकर 9:05 मिनट तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त बताया जा रहा है। रक्षाबंधन के दिन प्रदोष काल में भद्रा पुच्छ के समय शाम 5 बजकर 30 मिनट से 6 बजकर 31 मिनट तक के बीच रक्षा सूत्र बाँधा जा सकता है। इसके अलावा भद्रा समाप्त हो जाने पर रात 09 बजकर 01 मिनट से 9 बजकर 05 मिनट के बीच राखी बाँधी जा सकती है। सूर्यास्त के बाद राखी नहीं बांधी जाती इसके चलते 30 अगस्त को राखी बांधने से अच्छा है कि 31 अगस्त को राखी बांधी जाए। 31 अगस्त को सुबह 7:08 बजे तक पूर्णामासी की तिथि रहेगी।

     हम उम्मीद करते हैं कि उपर्युक्त रक्षाबंधन पर निबंध (Rakshabandhan Essay in hindi) के माध्यम से रक्षाबंधन पर निबंध (Rakshabandhan Essay in hindi) से संबंधित आपकी सभी समस्याओं का सामाधान हो गया होगा।

--EDITED BY-पुष्कर कश्यप
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                      (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-स्कूल.कॅरियर्स ३६०.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-30.08.2023-बुधवार. 
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