रक्षाबंधन-कविता-24

Started by Atul Kaviraje, August 30, 2023, 07:57:57 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje


                                      "रक्षाबंधन"
                                     -----------

मित्रो,

     आज दिनांक-३०.०८.२०२३-बुधवार  है. आज "रक्षाबंधन" है. रक्षाबंधन शुभ त्योहार के अवसर पर बहनें भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं और उनके लंबे उम्र की कामना करती हैं। वहीं भाई इस दिन बहनों को तोहफा देने के अलावा यह वचन भी देते हैं कि वे जीवनभर एक-दूसरे के सुख-दुख में उनका साथ देंगे। बहनें इस दिन अपने भाइयों के लिए उपवास भी रखती हैं। मराठी कविता के मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको रक्षाबंधन त्योहार की बहोत सारी शुभकामनाये. आईये पढते है रक्षाबंधन पर कविता.

                       रक्षाबंधन पर कविता--
                      ------------------

7. क्या भैय्या तुम मुझसे एक वादा निभाओगे
क्या भैय्या तुम मुझसे एक वादा निभाओगे,
अपनी बहन को तुम इतना सशक्त बनाओगे?

मैं अपनी रक्षा खुद करूं, इतना बहादुर बनाओगे,
जरूरत पढ़ने पर शस्त्र उठा सकूं, क्या मेरी ढाल बन पाओगे?

तुम साथ मेरा ऐसा देना, कि मैं साथ दे सकूं औरों का,
तुम नींव मेरी मजबूत रखो, मैं साथ बन सकूं औरों का।

गिर कर मुझको उठने देना, क्या ऐसी रक्षा करोगे तुम,
अपना रास्ता खुद खोज सकूं, क्या ऐसे साथ दोगे तुम?

आजादी की सांस ले सकूं, अपने सपनों को उड़ान दे सकूं,
क्या मेरी हर उड़ान के पंख बन पाओगे तुम?

भैय्या इस राखी में लेना है तुझसे यह वादा,
चाहे कितनी भी मुश्किल आए हमेशा साथ तुम्हारा होगा।

क्या भैय्या तुम मुझसे एक वादा निभाओगे,
अपनी बहन को तुम इतना सशक्त बनाओगे?

--समर नक़वी
--फर्स्टक्राई पेरेंटिंग
-----------------

                   (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-हिंदीपेरेंटिंग.फर्स्टक्रIय.कॉम)
                  -------------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-30.08.2023-बुधवार. 
=========================================