बैल पोला-जानकारी-3

Started by Atul Kaviraje, September 14, 2023, 05:50:41 PM

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Atul Kaviraje

                                        "बैल पोला"
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मित्रो,

     आज दिनांक-१४.०९.२०२३-गुरुवार है. आज "बैल पोला" है.  छत्तीसगढ़ में तीजा पोला त्यौहार सदियों से बहुत ही धूम – धाम से मनाया जाता है. छत्तीसगढ़ में तीजा पोला त्यौहार 2023 में 14 सितम्बर दिन गुरुवार को है. पोला त्यौहार के दिन मवेशियों को ज्यादा तरह से बैल को बहुत ही अच्छे से सजाते है उसके बाद बिधि अनुसार उस बैल को पूजन करते है. मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको बैल पोला त्योहार की बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आईये, पढते है, इस त्योहार की महत्त्वपूर्ण जानकारी.

         मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में पोला पर्व मनाने का तरीका (Pola Festival in MP and Chhattisgarh)--

मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ बहुत सी आदिवासी जाति एवं जनजाति रहती है. यहाँ के गाँव में पोला के त्यौहार को बड़ी धूमधाम से मनाते है. यहाँ सही के बैल की जगह लकड़ी एवं लोहे के बैल की पूजा की जाती है, बैल के अलावा यहाँ लकड़ी, पीतल के घोड़े की भी पूजा की जाती है.

इस दिन घोड़े, बैल के साथ साथ चक्की (हाथ से चलाने वाली चक्की) की भी पूजा की जाती है. पहले के ज़माने में घोड़े बैल, जीवनी को चलाने के लिए मुख्य होते थे, एवं चक्की के द्वारा ही घर पर गेहूं पीसा जाता था.

तरह तरह के पकवान इनको चढ़ाये जाते है, सेव, गुझिया, मीठे खुरमे आदि बनांये जाते है.

घोड़े के उपर थैली रखकर उसमें ये पकवान रखे जाते है.

फिर अगले दिन सुबह से ये घोड़े, बैल को लेकर बच्चे मोहल्ले पड़ोस में घर – घर जाते है, और सबसे उपहार के तौर पर पैसे लेते है.

     इसके अलावा पोला के दिन मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ में गेड़ी का जुलुस निकाला जाता है. गेड़ी, बांस से बनाया जाता है, जिसमें एक लम्बा बांस में नीचे 1-2 फीट उपर आड़ा करके छोटा बांस लगाया जाता है. फिर इस पर बैलेंस करके, खड़े होकर चला जाता है. गेड़ी कई साइज़ की बनती है, जिसमें बच्चे, बड़े सभी बढ़ चढ़कर हिस्सा लेता है. ये एक तरह का खेल है, जो मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ का पारंपरिक खेल है, भारत के अन्य क्षेत्रों में तो इसे जानते भी नहीं होंगें.

     पोला का त्यौहार हर इंसान को जानवरों का सम्मान करना सिखाता है. जैसे जैसे ये त्यौहार आने लगता है, सभी लोग मेहनती किसों को हैप्पी पोला कहकर मुबारकबाद देने लगते है.

                FAQ--

--Q : पोला 2023 में कब है ?
--Ans : 14 सितंबर

--Q : पोला कब मनाया जाता है ?
--Ans : भाद्प्रद माह की अमावस्या को

--Q : पोला में किसकी पूजा की जाती है ?
--Ans : बैल एवं घोड़ों की

--Q : पोला त्यौहार क्यों मनाया जाता है ?
--Ans : ये त्यौहार किसानों द्वारा मनाया जाता है. वे इस दिन कृषि में सबसे ज्यादा योगदान देने वाले जानवर जैसे कि बैल को सम्मान देने उनकी पूजा करने के लिए इस दिन को मानते हैं.

--Q : पोला कब से मनाया जा रहा है ?
--Ans : प्रIचीन काल से

By-Karnika 
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                       (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-दीपावली.को.इन)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-14.09.2023-गुरुवार.
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