हरतालिका तीज-जानकारी-5

Started by Atul Kaviraje, September 18, 2023, 07:50:53 PM

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Atul Kaviraje

                                     "हरतालिका तीज"
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मित्रो,

     आज दिनांक-१८.०९.२०२३-सोमवार है. आज "हरतालिका तीज" है. हिंदू पंचांग के अनुसार, हरतालिका तीज भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है. इस बार हरतालिका तीज 18 सितंबर, सोमवार को मनाई जाएगी. इसको हरितालिका तीज और हरतालिका तीज के नाम से भी जाना जाता है. मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको हरतालिका तीज की बहोत सारी हार्दिक शुभकामनाये. आईए, पढते है हरितालिका तीज पर महत्त्वपूर्ण जानकारी.

        हरियाली तीज या हरतालिका तीज, तारीख, पूजा विधि, व्रत कथा, कहानी, महत्व और निबन्ध--

     Hariyali Teej जिसे हरतालिका तीज के नाम से भी जाना जाता है जो की हिन्दू धर्म का एक प्रसिद्द त्यौहार है जो की सावन महीने के शुक्ल पक्ष के तृतीया को मनाया जाता है,

     वैसे तो हिन्दू धर्म में अनेको त्यौहार है जिन सभी का अपना धार्मिक, सामाजिक और पौराणिक महत्व है उन्ही त्योहारों में से एक त्यौहार है,

     हरियाली तीज जो को सुहागन स्त्रिया अपने पति के दीर्घायु यानी लम्बी आयु की कामना से इस त्यौहार और व्रत का पालन करती है और इसे धूमधाम से मनाती है.

     तो चलिए इस वैवाहिक बंधन के पवित्र त्योहार हरियाली तीज या हरतालिका तीज के बारे में जानते है यह कब मनाया जाता है इसकी पूजा विधि क्या है हरियाली तीज या हरतालिका तीज | Hariyali Teej से जुडी पौराणिक कहानी और महत्व पर प्रकाश डालते है.

     हरियाली तीज जिसे हरतालिका तीज, कजली तीज के नाम से भी जाना जाता है यह उत्सव सुहागिन औरते और कुंवारी कन्याये दोनों ही धूमधाम से मनाती है,

     एक तरफ जहा सुहागिन स्त्रिया अपने पति के लिए इस दिन नीराजल व्रत रहती है तो दूसरी तरफ अविवाहित कन्याये अच्छे वर पाने के लिए इस व्रत का पालन करती है.

     चूँकि हरियाली तीज सावन के महीने में मनाया जाता है जिस तरह इस महीने में धरती हरियाली की पूरी चादर ओढ़ लेती है चारो तरफ हरियाली ही हरियाली ही दिखाई देता है जिसे देखकर हर किसी का मन प्रकृति के प्रति मनमुग्ध हो जाता है तो ऐसे में इस व्रत को हरियाली तीज के नाम से भी जाना जाता है.

     तो दूसरी तरफ भारत के उत्तर पूर्वी इलाको में इस त्यौहार को कजली तीज के नाम से भी मनाया जाता है त्यौहार के इस मौसम में चारो तरफ हरियाली ही हरियाली होती है,

     सभी पेड़ हरे भरे हो जाते है पेड़ो पर झूले पड़ जाते है मन मयूर नित्य करने लगता है सभी स्त्रिया मिलकर झूले झूलती है.

                    (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-अच्छी ऍडव्हाईस.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-18.09.2023-सोमवार
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