श्रीगणेश चतुर्थी-कविता-1

Started by Atul Kaviraje, September 19, 2023, 12:04:54 PM

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Atul Kaviraje


                                     "श्रीगणेश चतुर्थी"
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज दिनांक-१९.०९.२०२३-मंगळवार आहे. आज "श्रीगणेश चतुर्थी" आहे. गणेश चतुर्थी हा सण देशातील विविध राज्यांमध्ये साजरा केला जातो. तथापि, हा सण सगळ्या जास्त महाराष्ट्रात साजरा केला जातो. गणेश चतुर्थी हा हिंदूंचा एक अतिशय महत्त्वाचा सण आहे, जो दरवर्षी भाविक मोठ्या जोशाने आणि उत्साहाने साजरा करतात. हिंदू मान्यतेनुसार, गणेश चतुर्थी दरवर्षी भगवान गणेशाच्या वाढदिवस म्हणून साजरा केला जातो. मराठी कवितेच्या माझ्या सर्व बंधू-भगिनी, कवी-कवियत्रींना गणेश चतुर्थीच्या अनेक हार्दिक शुभेच्छा. वाचूया गणेश चतुर्थी कविता.

            गणेश चतुर्थी की कविता--

वर दो, वर दो, वर दो गणेशजी
हर लो हमारे, प्रभु सारे दु:ख क्लेशजी
धर्म के नाम पर, जंग छिड़ी हैं यहां
हिन्द बंट जाए, यही चाहता है ये जहां

आपस के झगड़ों में, डूबे न देश जी
वर दो, वर दो, वर दो गणेशजी
दूर होते जा रहे हैं लोग संस्कृति से
करते हैं खिलवाड़, ये रोज प्रकृति से

दो बुद्धि गंदा न करें, ये परिवेशजी
वर दो, वर दो, वर दो गणेशजी
हम हैं तुम्हारे सेवक प्रभो! सर्वदा से ही
हमको बचा लो प्रभु, घोर विपदा से जी

अनुग्रह करें, भक्तों पर तो विशेषजी
वर दो, वर दो, वर दो गणेशजी
हिन्द मेरा बस सदा आबाद ही रहे
गीता का संदेश कथा रामायण की कहे

दिन-रात करे, उन्नति ये मेरा देश जी
वर दो, वर दो, वर दो गणेशजी

                        (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-स्टडी लेक्सा.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-19.09.2023-मंगळवार.
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