श्रीगणेश चतुर्थी-कविता-3-गणपति उत्सव

Started by Atul Kaviraje, September 19, 2023, 02:49:50 PM

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Atul Kaviraje

                                     "श्रीगणेश चतुर्थी"
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज दिनांक-१९.०९.२०२३-मंगळवार आहे. आज "श्रीगणेश चतुर्थी" आहे. गणेश चतुर्थी हा सण देशातील विविध राज्यांमध्ये साजरा केला जातो. तथापि, हा सण सगळ्या जास्त महाराष्ट्रात साजरा केला जातो. गणेश चतुर्थी हा हिंदूंचा एक अतिशय महत्त्वाचा सण आहे, जो दरवर्षी भाविक मोठ्या जोशाने आणि उत्साहाने साजरा करतात. हिंदू मान्यतेनुसार, गणेश चतुर्थी दरवर्षी भगवान गणेशाच्या वाढदिवस म्हणून साजरा केला जातो. मराठी कवितेच्या माझ्या सर्व बंधू-भगिनी, कवी-कवियत्रींना गणेश चतुर्थीच्या अनेक हार्दिक शुभेच्छा. वाचूया गणेश चतुर्थी कविता.

               गणपति उत्सव--

कितना रूप राग रंग
कुसुमित जीवन उमंग!
अर्ध्य सभ्य भी जग में
मिलती है प्रति पग में!

श्री गणपति का उत्सव,
नारी नर का मधुरव!
श्रद्धा विश्वास का
आशा उल्लास का

दृश्य एक अभिनव!
युवक नव युवती सुघर
नयनों से रहे निखर
हाव भाव सुरुचि चाव

स्वाभिमान अपनाव
संयम संभ्रम के कर!
कुसमय! विप्लव का डर!
आवे यदि जो अवसर

तो कोई हो तत्पर
कह सकेगा वचन प्रीत,
'मारो मत मृत्यु भीत,
पशु हैं रहते लड़कर!

मानव जीवन पुनीत,
मृत्यु नहीं हार जीत,
रहना सब को भू पर!'
कह सकेगा साहस भर

देह का नहीं यह रण,
मन का यह संघर्षण!
'आओ, स्थितियों से लड़ें
साथ साथ आगे बढ़ें

भेद मिटेंगे निश्वय
एक्य की होगी जय!
'जीवन का यह विकास,
आ रहे मनुज पास!

उठता उर से रव है,–
एक हम मानव हैं
भिन्न हम दानव हैं!'

--सुमित्रानंदन पंत
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                        (साभार आणि सौजन्य-संदर्भ-स्टडी लेक्सा.कॉम)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-19.09.2023-मंगळवार.
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