काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !-बाई मी पतंग उडवीत होते

Started by Atul Kaviraje, November 02, 2023, 05:02:55 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje


                      "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !"
                -------------------------------------------------

मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्रीमती आशा भोसले यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "बाई मी पतंग उडवीत होते"

                             "बाई मी पतंग उडवीत होते"
                           --------------------------

चढाओढीने चढवीत होते
ग बाई मी पतंग उडवीत होते

होता झकास सुटला वारा
वर पतंग अकरा-बारा
एकमेकांना अडवित होते
बाई मी पतंग उडवीत होते

काटाकाटीस आला ग रंग
हसू फेसाळ घुसळीत अंग
दैव हारजीत घडवीत होते
बाई मी पतंग उडवीत होते

माझ्या दो-यानं तुटला दोरा
एक पतंग येई माघारा
गेला गुंतत गिरवीत गोते
बाई मी पतंग उडवीत होते

=============
गीत - ग. दि. माडगूळकर
संगीत - सुधीर फडके
गायक - आशा भोसले
=============

--प्रकाशक : शंतनू देव
(FRIDAY, JANUARY 14, 2011)
---------------------------------

                 (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                             (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
                ------------------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-02.11.2023-गुरुवार.
=========================================