काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !-लळा जिव्हाळा शब्दच खोटे

Started by Atul Kaviraje, November 03, 2023, 06:27:05 PM

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Atul Kaviraje

                     "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !"
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्री सुधीर फडके यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "लळा जिव्हाळा शब्दच खोटे"

                             "लळा जिव्हाळा शब्दच खोटे"
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लळा जिव्हाळा शब्दच खोटे, माशा मासा खाई
कुणी कुणाचे नाही राजा, कुणी कुणाचे नाही

पिसे, तनसडी, काड्या जमवी, चिमणे बांधी कोटे
दाणा दाणा आणून जगवी जीव कोवळे छोटे
बळावता बळ पंखामधले, पिल्लू उडुनि जाई

रक्तही जेथे सूड साधते, तेथे कसली माया
कोण कुणाची बहीण, भाऊ, पती, पुत्र वा जाया
सांगायाची नाती सगळी, जो तो अपुले पाही

माणुस करतो प्रेम स्वतःवर, विसरुन जातो देवा
कोण ओळखी उपकाराते, प्रेमा अन् सद्भावा
कोण कुणाचा कशास होतो या जगती उतराई

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गायक - सुधीर फडके
संगीत - श्रीनिवास खळे
गीत - ग. दि. माडगूळकर
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--प्रकाशक : शंतनू देव
(WEDNESDAY, DECEMBER 29, 2010)
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                 (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                             (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-03.11.2023-शुक्रवार.
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