काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !-त्या कोवळ्या फुलांचा बाजार पाहिला मी

Started by Atul Kaviraje, November 04, 2023, 08:16:18 PM

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Atul Kaviraje

                    "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !"
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मित्र/मैत्रिणींनो,

     आज ऐकुया, "काही गाणी आठवणीतली, काही साठवणीतली !" या गीत-मालिके -अंतर्गत, श्री श्रीधर फडके यांनी गायिलेले एक गीत. या गीताचे शीर्षक आहे- "त्या कोवळ्या फुलांचा बाजार पाहिला मी"

                        "त्या कोवळ्या फुलांचा बाजार पाहिला मी"
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त्या कोवळ्या फुलांचा बाजार पाहिला मी
पैशात भावनेचा व्यापार पाहिला मी

अंधार वेदनांनी आक्रंदतो तरीही
नजरेत वासनेचा श्रृंगार पाहिला मी

रस्ते उन्हात न्हाले, सगळीकडे परंतु
वस्तीतुनी दिव्यांच्या अंधार पाहिला मी

थोडा उजेड ज्याला मागावयास गेलो
तो सूर्य ही जरासा लाचार पाहिला मी

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गीत - अनिल कांबळे
संगीत -श्रीधर फडके
स्वर - श्रीधर फडके
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--प्रकाशक : शंतनू देव
(TUESDAY, DECEMBER 28, 2010)
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                 (साभार आणि सौजन्य-माणिक-मोती.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                             (संदर्भ-♫ गाणीमराठी.com ♫♪)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-04.11.2023-शनिवार.
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