लफ़्ज़ों का खेल-Album-विज़न्स वॉल्यूम २-रात रौशन हो गई...

Started by Atul Kaviraje, November 06, 2023, 09:40:51 PM

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Atul Kaviraje

                                     "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "जगजीत सिंह" की आवाज मे "विज़न्स वॉल्यूम २" Album का गीत.

                                "रात रौशन हो गई..."
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कौन आया, रास्ते आईना-ख़ाने हो गए
रात रौशन हो गई, दिन भी सुहाने हो गए
कौन आया...

ये भी मुमकिन है कि मैंने उसको पहचाना न हो
अब उसे देखे हुए, कितने ज़माने हो गए
रात रौशन हो गई...

जाओ उन कमरों के आईने उठाकर फेंक दो
बे-अदब ये कह रहें हैं, हम पुराने हो गए
रात रौशन हो गई...

मेरी पलकों पर ये आँसू, प्यार की तौहीन हैं
उसकी आँखों से गिरे, मोती के दाने हो गए
रात रौशन हो गई...

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कौन आया रास्ते - Kaun Aaya Raaste
Movie/Album:विज़न्स वॉल्यूम २ (1992)
Music By: जगजीत सिंह
Lyrics By: बशीर बद्र
Performed By: जगजीत सिंह
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                (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                         (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-06.11.2023-सोमवार.
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