धनतेरस-कविता-2

Started by Atul Kaviraje, November 10, 2023, 10:29:41 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

                                       "धनतेरस"
                                      ----------

मित्रो,

     आज दिनांक-१०.११.२०२३-शुक्रवार है. आज "धनतेरस" है. यह पर्व कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस दिन आयुर्वेद के पिता भगवान धन्वंतरी, कुबेर देव और मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन खरीदारी का बड़ा ही महत्व है। मराठी कविताके मेरे सभी हिंदी भाई-बहन, कवी-कवियित्रीयोको धनतेरस और दीपावली की बहोत सारी शुभकामनाये. आईये, पढते है धनतेरस पर कविता.

            धनतेरस पर कविता--

धनतेरस के पर्व पर, सजे हुए बाज़ार
घर में लाओ आज कुछ, नये-नये उपहार
झालर-दीपों से सजे, आज सभी के गेह
मन के नभ से आज तो, बरसे मधुरिम नेह
रहे हमेशा देश में, उत्सव का माहौल
मिष्ठानों का स्वाद ले, बोलो मीठे बोल
सरस्वती के साथ हों, लक्ष्मी और गणेश
तब आएगी सम्पदा, सुधरेगा परिवेश
उल्लू बन जाना नहीं, पाकर द्रव्य अपार
धन के साथ मिले सदा, मेधा का उपहार

--Anil Saini
-------------

                          (साभार एवं सौजन्य-संदर्भ-rk अलर्ट.इन)
                          ------------------------------------

-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-10.11.2023-शुक्रवार.
=========================================