लफ़्ज़ों का खेल-छपाक-खुलने दो, खुलने दो, आसमाँ खुलने दो

Started by Atul Kaviraje, November 14, 2023, 08:25:34 PM

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Atul Kaviraje

                                     "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "अरिजीत सिंह" की आवाज मे "छपाक" फिल्म का गीत.

                        "खुलने दो, खुलने दो, आसमाँ खुलने दो"
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मैली-मैली सी सुबह धुलने लगी है
मैली-मैली सी सुबह धुलने लगी है
गिरह लगी थी साँस में, खुलने लगी है
खुलने लगी है

बर्फ़ की डली थी कोई, घुलने लगी है
गिरह लगी थी साँस में, खुलने लगी है
खुलने लगी है

खुलने दो, खुलने दो, आसमाँ खुलने दो
खुलने दो, खुलने दो, आसमाँ खुलने दो

उजाला हो तो जाएगा कहीं न कहीं से
अँधेरा भी छटेगा ही कभी तो ज़मीं से
पलकें तो नहीं हैं, नज़र उठने लगी है
गिरह लगी थी साँस में...

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खुलने दो - Khulne Do
Movie/Album: छपाक (2020)
Music By: शंकर-एहसान-लॉय
Lyrics By: गुलज़ार
Performed By: अरिजीत सिंह
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                (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                        (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-14.11.2023-मंगळवार.
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