लफ़्ज़ों का खेल-आँखें-मिलती है ज़िन्दगी में मोहब्बत कभी-कभी

Started by Atul Kaviraje, November 23, 2023, 08:48:46 PM

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Atul Kaviraje


                                     "लफ़्ज़ों का खेल"
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मित्रो,

     आज सुनते है, "लफ़्ज़ों का खेल" इस शीर्षक के अंतर्गत, "लता मंगेशकर" की आवाज मे "आँखें" फिल्म का गीत.

                      "मिलती है ज़िन्दगी में मोहब्बत कभी-कभी"
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मिलती है ज़िन्दगी में मोहब्बत कभी-कभी
होती है दिलबरों की इनायत कभी-कभी

शर्मा के मुँह ना फेर नज़र के सवाल पर
लाती है ऐसे मोड़ पर किस्मत कभी-कभी
मिलती है ज़िन्दगी में...

खुलते नहीं हैं रोज़ दरीचे बहार के
आती है जान-ए-मन ये क़यामत कभी-कभी
मिलती है ज़िन्दगी में...

तन्हा न कट सकेंगे जवानी के रास्ते
पेश आएगी किसी की ज़रूरत कभी-कभी
मिलती है ज़िन्दगी में...

फिर खो न जाएँ हम कहीं दुनिया की भीड़ में
मिलती है पास आने की मोहलत कभी-कभी
मिलती है ज़िन्दगी में..

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मिलती है ज़िन्दगी में -Milti Hai Zindagi Mein
Movie/Album: आँखें (1968)
Music By: रवि
Lyrics By: साहिर लुधियानवी
Performed By: लता मंगेशकर
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                (साभार एवं सौजन्य-हिंदी लैरिकस प्रतीक.ब्लॉगस्पॉट.कॉम)
                        (संदर्भ-Lyrics In Hindi-लफ़्ज़ों का खेल)
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-----संकलन
-----श्री.अतुल एस.परब(अतुल कवीराजे)
-----दिनांक-23.11.2023-गुरुवार.
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