प्रेम-प्रेम का रंग

Started by Atul Kaviraje, October 10, 2024, 07:46:10 PM

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Atul Kaviraje

प्रेम-प्रेम का रंग--

जब से मिला तेरा साथ
जिंदगी में बिखरे हैं नए ख्वाब
तेरी हंसी की मिठास में,
छुपा है मेरा हर राग।

तेरी आँखों में जो नूर है
वो चाँदनी रात का दीदार
तेरे बिना हर लम्हा अधूरा,
जैसे खो गया हो कोई संसार।

हवा में तेरी खुशबू बसी है
फूलों की महक में तेरा नाम
हर सुबह की किरण में है तू,
हर शाम में है तेरा पैगाम।

तेरे बिना ये दिल है वीरान
तेरे संग हर पल है खुशनुमा
प्रेम की इस अनमोल धारा में,
हम हैं एक, तू और मैं, हमेशा।

तेरे प्यार की छाँव में
बीतें सारे ग़म और साया
बस तेरा हाथ थामे चलूँ,
जीवन की इस अनंत साया।

प्रेम का ये बंधन है खास
इसमें छिपा है सच्चा अहसास
संग तेरे बिताए हर लम्हा,
जिंदगी का सबसे प्यारा एहसास।

--अतुल परब
--दिनांक-10.10.2024-गुरुवार.
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