पारंपरिक त्योहार: हमारी सांस्कृतिक धरोहर

Started by Atul Kaviraje, October 11, 2024, 09:12:54 PM

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Atul Kaviraje

पारंपरिक त्योहार: हमारी सांस्कृतिक धरोहर-

भारतीय संस्कृति में त्योहारों का एक विशेष स्थान है। ये त्योहार न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होते हैं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का भी संचार करते हैं। विभिन्न समुदायों और क्षेत्रों के लोग अपने-अपने तरीके से इन त्योहारों को मनाते हैं।

1. दीवाली
दीवाली, जिसे दीपावली भी कहा जाता है, भारत का सबसे प्रसिद्ध त्योहार है। यह अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का प्रतीक है। लोग इस दिन अपने घरों की सफाई करते हैं, दीप जलाते हैं, और लक्ष्मी पूजा करते हैं। मिठाइयाँ बनाने और परिवार के साथ मिलकर आनंद मनाने की परंपरा है।

2. होली
होली, रंगों का त्योहार, प्रेम और भाईचारे का संदेश देता है। इस दिन लोग एक-दूसरे पर रंग डालते हैं, गुब्बारे फेंकते हैं, और विशेष मिठाइयाँ बनाते हैं। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है।

3. राखी
रक्षा बंधन, भाई-बहन के रिश्ते को समर्पित त्योहार है। इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधती हैं, और भाई उन्हें उपहार और सुरक्षा का वचन देते हैं। यह त्योहार परिवार के बंधनों को मजबूत करता है।

4. मकर संक्रांति
मकर संक्रांति, सूर्य के उत्तरायण होने का त्योहार है। इस दिन तिल, गुड़, और चिउड़े खाने की परंपरा है। पतंग उड़ाने का आनंद भी लिया जाता है, जो इस त्योहार को खास बनाता है।

5. नवरात्रि
नवरात्रि देवी दुर्गा की पूजा का पर्व है, जो नौ रातों तक मनाया जाता है। इस दौरान श्रद्धालु उपवास रखते हैं, देवी के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं, और गरबा या डांडिया खेलते हैं।

निष्कर्ष
भारतीय त्योहार केवल धार्मिक आस्था का प्रदर्शन नहीं करते, बल्कि ये हमारी सांस्कृतिक विविधता और एकता का प्रतीक भी हैं। हर त्योहार हमें हमारे इतिहास, परंपराओं और मूल्यों की याद दिलाता है। ये अवसर हमें अपने प्रियजनों के साथ मिलकर खुशी मनाने और रिश्तों को मजबूत करने का मौका प्रदान करते हैं।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-11.10.2024-शुक्रवार.
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