भाई दूज !

Started by Atul Kaviraje, November 03, 2024, 10:32:30 PM

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Atul Kaviraje

भाई दूज !

भाई दूज का दिन आया, खुशियों की बौछार
बहन ने भाई को किया बेइन्तहा प्यार
चांदीका तिलक किया, मिठाई का किया भोज,
भाई की लंबी उम्र मांगी, की उसने प्रार्थना रोज।

सूरज की किरणों संग, बहन ने बांधी प्रेम की डोर
हर खुशी में साथ निभाए, ऐसा हो उनका छोर
भाई ने ली मिठाई, बहन का मान रखा,
संग-साथ ये रिश्तों का, हर दिल में सम्मान रखा।

यमराज की कहानी में, छिपा है प्यार का मर्म
भाई दूज पर बहन का, भाई पर है अटूट धर्म
दूर हों चाहे वे, दिल के हैं पास,
भाई दूज के इस स्नेह में, मिट जाए हर उदास।

इस दिन का है खास महत्व, रिश्तों की होती है कद्र
साथ चलें हर मुश्किल में, हो प्यार का सदा संबंध
भाई दूज का त्योहार है, प्रेम का अनमोल बंधन,
इस दिन को मनाएं हम, सच्चे दिल से हर जन।

भाई दूज की शुभकामनाएँ, रिश्तों में हो मिठास
भाई-बहन का ये बंधन, सदा बना रहे खास
संगीत और हंसी में, भरे ये हर घर,
भाई दूज के इस अवसर पर, सबको मिले सुख भरभर !

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-03.11.2024-रविवार.
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