श्री गणेशाय नमः

Started by Atul Kaviraje, November 05, 2024, 10:03:56 PM

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Atul Kaviraje

श्री गणेशाय नमः-

गणेशोत्सव, जो हर साल हमें गणपति बाप्पा की भक्ति और प्रेम से जोड़ता है, एक ऐसा समय है जो हमारे जीवन में नई उमंग और उल्लास लेकर आता है। भगवान गणेश, जो ज्ञान, समृद्धि और सुख के प्रतीक हैं, हमारे द्वार पर मुस्कुराते हुए आते हैं और हमारी सभी समस्याओं को दूर करने की शक्ति रखते हैं।

गणेशोत्सव के इस पर्व पर, घर-घर में बाप्पा की मूर्ति की स्थापना की जाती है। इस दौरान भक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रमों का आयोजन होता है। भजन, आरती और धार्मिक अनुष्ठानों से वातावरण भक्तिमय हो जाता है। भक्तजन मन से भजन गाते हैं, प्रार्थना करते हैं और बाप्पा के चरणों में अपने मन की बात रखते हैं।

गणेशोत्सव हमें एकजुट होने का अवसर प्रदान करता है। मित्र, परिवार और समाज के लोग एक साथ आकर आनंद का अनुभव करते हैं। इस समय शुद्धता और समर्पण का महत्व और भी अधिक बढ़ जाता है। बाप्पा के चरणों में वंदन करते हुए हम अपने जीवन की सभी कठिनाइयों से पार पाने की शक्ति मांगते हैं।

गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक का यह पर्व आनंद, प्रेम और एकता का प्रतीक है। इस दौरान हमें अपने सभी विचार सकारात्मक रखने और एक-दूसरे की मदद करने का प्रयास करना चाहिए। "श्री गणेशाय नमः" केवल एक प्रार्थना नहीं है, बल्कि यह एक आशा, एक विश्वास और प्रगति की ओर बढ़ने का संकल्प है।

भगवान गणेश हमें सदैव मार्गदर्शन करें और सभी को प्रेम में एकजुट करें, यही प्रार्थना है।

जय श्री गणेश!

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-05.11.2024-मंगळवार. 
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