शिव का महिमा - भक्तिपद्य-

Started by Atul Kaviraje, November 18, 2024, 09:23:49 PM

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Atul Kaviraje

शिव का महिमा - भक्तिपद्य-

शिव का महिमा है अद्वितीय,
सृष्टी का पालनकर्ता सच्चा, पवित्र।
त्रिनेत्रधारी, बाघों का नाथ,
महाकाल का रूप है अत्यंत महान।

ॐ नमः शिवाय मंत्र में शक्ति,
शिव के चरणों में हर आत्मा की भक्ति।
संकट में जो शिव को याद करें,
उनके जीवन में सुख और शांति भरें।

शिव का त्रिशूल जीवन के तीन गुण,
सत्य, रज और तम का शाश्वत बंधन।
धन्य है वो जो शिव का ध्यान करें,
उनकी कृपा से सृष्टि को पावन करें।

गंगा धारक, शंकर भोलेनाथ,
पापों का नाश और हर दिल में आशीर्वाद।
जो उनकी भक्ति में खो जाएं,
वो शिव के दर से कभी न खाली आएं।

नटराज रूप में जो नृत्य करें,
सृष्टि का हर कोना उनका आदेश माने।
डमरू के लय में सृष्टि का सृजन,
शिव की शक्ति है साकार और निराकार दर्शन।

अर्धनारीश्वर रूप में शक्ति और शांति,
पुरुष और स्त्री का अद्वितीय एकरूप ।
शिव की महिमा से हर दिल का दीप जलता,
सच्ची भक्ति से आत्मा को शांति मिलती।

भोलेनाथ की कृपा से जीवन सवारा,
उनकी उपासना में सुख समृद्धि का प्यारा।
भक्तों के ह्रदय में शिव का वास,
शिव की महिमा है हर दुख का नाश।

शिवाय नमः!
🕉�✨🙏

--अतुल परब
--दिनांक-18.11.2024-सोमवार.
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