काली का ध्यान और मानसिक शांति-भक्तिभावपूर्ण काव्य:-

Started by Atul Kaviraje, November 30, 2024, 09:29:45 PM

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Atul Kaviraje

भक्तिभावपूर्ण काव्य:-

काली का ध्यान और मानसिक शांति-

काली का रूप भयंकर, परंतु दिल में बसा,
हर आंतरिक अंधकार को, तूने ही नष्ट किया।
द्वेष, गुस्से की जो छाया थी मन में,
तेरे चरणों में सब हुआ शुद्ध, सब शांतिके जिवन में।

कभी गुस्सा, कभी डर था भीतर,
तेरी भक्ति ने सब किया खत्म, सब उड़ा दिया।
आत्मविश्वास का संदेश दिया, शक्ति का मार्ग बताया,
काली की भक्ति से ही, जीवन में शांति पाया।

मन के विकार अब न रहें, सब कुछ शांत हो गया,
काली के आशीर्वाद से, मन का भय घट गया।
आत्मज्ञान की रोशनी में, जीवन संवर गया,
काली की भक्ति से, मन अब शांति में समा गया।

--अतुल परब
--दिनांक-29.11.2024-शुक्रवार.
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