राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा का महत्त्व-1

Started by Atul Kaviraje, December 08, 2024, 08:56:21 PM

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Atul Kaviraje

राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा का महत्त्व-

राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा एक देश के अस्तित्व और समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण पहलू हैं। एक मजबूत और सशक्त सुरक्षा ढांचा किसी भी देश के विकास, स्थिरता और प्रगति की नींव है। यदि राष्ट्रीय सुरक्षा कमजोर होती है, तो न केवल देश के आंतरिक ढांचे को खतरा उत्पन्न होता है, बल्कि उसकी बाहरी सीमाओं और अंतरराष्ट्रीय रिश्तों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सुरक्षा केवल सैन्य दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण होती है। इस लेख में हम राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा के विभिन्न पहलुओं का विस्तार से विवेचन करेंगे, साथ ही उनके महत्त्व को समझेंगे।

राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा का परिभाषा
राष्ट्रीय सुरक्षा का मतलब है उस सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंधन और नियंत्रण, जिसके माध्यम से एक देश अपनी सीमाओं, नागरिकों, संसाधनों, और सांस्कृतिक पहचान को बाहरी और आंतरिक खतरों से बचाता है। रक्षा या सुरक्षा व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य देश के खिलाफ आंतरिक या बाहरी हमलों को रोकना है। यह एक संगठनात्मक और सामूहिक प्रयास है, जिसमें सेना, पुलिस, खुफिया एजेंसियां, और अन्य सरकारी विभाग शामिल होते हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा के विभिन्न पहलू
सैन्य सुरक्षा (Military Security): सैन्य सुरक्षा का उद्देश्य देश की सीमाओं को बाहरी हमलों से बचाना है। यह एक सबसे प्रमुख और स्पष्ट पहलू है, जिसमें सेना, वायुसेना, नौसेना और अन्य रक्षा बलों का सहयोग लिया जाता है। सैन्य सुरक्षा देश के सर्वोच्च हितों की रक्षा करती है और यह एक देश की स्वतंत्रता और स्वायत्तता की गारंटी प्रदान करती है। जब किसी देश को बाहरी युद्ध या सैन्य आक्रमण का सामना करना पड़ता है, तो सैन्य बलों का कर्तव्य उसे पूरी ताकत से रोकना होता है।

उदाहरण:
भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा विवाद और आतंकवाद की समस्या लंबे समय से चली आ रही है। भारत ने अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए अपने सैन्य बलों को सशक्त किया है, ताकि पाकिस्तान और अन्य शत्रु देशों द्वारा कोई भी आक्रमण या अस्थिरता उत्पन्न न हो।

आंतरिक सुरक्षा (Internal Security): आंतरिक सुरक्षा का मतलब है देश के भीतर होने वाली आंतरिक अस्थिरता, आतंकवाद, नक्सलवाद, जातीय और सांप्रदायिक हिंसा को रोकना। आंतरिक सुरक्षा प्रणाली में पुलिस, खुफिया एजेंसियां, और विशेष सुरक्षा बल शामिल होते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि नागरिकों का जीवन सुरक्षित रहे और समाज में शांति बनी रहे।

उदाहरण:
भारत में, जम्मू कश्मीर, नक्सल प्रभावित क्षेत्र और अन्य हिंसात्मक घटनाओं में केंद्रीय सुरक्षा बलों और पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) जैसे बल आंतरिक सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कार्य करते हैं।

आर्थिक सुरक्षा (Economic Security): आर्थिक सुरक्षा का मतलब है एक मजबूत और स्थिर अर्थव्यवस्था बनाए रखना, जो राष्ट्र के विकास और समृद्धि की आधारशिला है। आर्थिक सुरक्षा की स्थिति में देश को बाहरी आर्थ‍िक संकट, संसाधनों की कमी या अनियंत्रित महंगाई से बचाने के लिए रणनीतियां बनाई जाती हैं।

उदाहरण:
भारत ने "आत्मनिर्भर भारत" अभियान की शुरुआत की है, ताकि देश अपनी आर्थिक सुरक्षा को सुनिश्चित कर सके। आत्मनिर्भरता का मतलब है कि देश अपने कच्चे माल, उपकरण, खाद्य सामग्री, औषधियां आदि के लिए विदेशी निर्भरता को कम कर सके।

सामाजिक सुरक्षा (Social Security): सामाजिक सुरक्षा का अर्थ है कि प्रत्येक नागरिक को उसके अधिकार और अवसरों के अनुसार सुरक्षा और समानता मिले। यह स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, आवास, और सामाजिक कल्याण योजनाओं के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है। एक मजबूत और स्वस्थ समाज राष्ट्रीय सुरक्षा का एक अभिन्न अंग होता है।

उदाहरण:
प्रधानमंत्री जनधन योजना, आयुष्मान भारत योजना और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना जैसी योजनाओं के माध्यम से भारत सरकार ने नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने और सामाजिक सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए हैं।

पर्यावरणीय सुरक्षा (Environmental Security): पर्यावरणीय सुरक्षा से तात्पर्य है प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण और पर्यावरणीय असंतुलन से बचाव। जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण, और वनस्पति और जीवों की रक्षा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक अहम पहलू बन चुके हैं। पर्यावरणीय संकटों से निपटने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर योजनाओं की आवश्यकता है।

उदाहरण:
भारत ने "नॅशनल क्लाइमेट चेंज अ‍ॅक्शन प्लॅन" की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को नियंत्रित करना और प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण करना है। इसके अलावा, पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण और जलवायु परिवर्तन पर काबू पाने के लिए भारतीय नीतियां मजबूत बनायी जा रही हैं।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-08.12.2024-रविवार.
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