"चाँद की रोशनी में हाथ थामे एक जोड़ा"

Started by Atul Kaviraje, December 24, 2024, 12:13:06 AM

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Atul Kaviraje

शुभ रात्रि, सोमवार मुबारक हो

"चाँद की रोशनी में हाथ थामे एक जोड़ा"

चाँद की रौशनी में एक जोड़ा चलता है,
संग-साथ दोनों का दिल यह खिलता है। 🌙💑
हाथ में हाथ थामे, प्यार का इज़हार,
चाँद की छांव में हर दर्द का होता है सुधार। 🌟💕

चाँद की रौशनी, उनके चेहरे पर मुस्कान,
खामोशी से बयां होती है, उनका प्रेम का बयान।
हर कदम में बसी है एक मीठी सी बात,
जिंदगी की राह में हो न कोई फसाद। 🌕✨

गुलाबों का महकता है खुशबू, हवादार,
साथ होते हुए महसूस होती है दुनिया प्यार। 🌹💖
वो दोनों जैसे चाँद और सितारे हों,
जन्मों तक साथ चलने का सपना देख रहे हों। 🌌✨

चाँद की रोशनी और हवाओं का गीत,
इन दोनों की जिंदगी में कोई नहीं हो विघ्न, कोई नहीं हो पीठ।
कभी न कभी चाँद भी फीका पड़ेगा,
पर उनका प्यार कभी न मुरझाएगा। 🌙💫

हाथ थामे चलना, तो जैसे जीवन का सार,
हर मुश्किल में मिलकर हो जाता है पार।
चाँद की रौशनी, उनका आशीर्वाद,
अंतहीन प्रेम में बसा हुआ है उनका विश्वास। 💫💕

     यह कविता एक जोड़े के प्रेम को व्यक्त करती है जो चाँद की रोशनी में हाथों में हाथ डाले चलते हैं। उनका प्यार शब्दों से अधिक गहरा है और चाँद की रौशनी में वह एक-दूसरे के साथ होकर हर मुश्किल का सामना करते हैं। उनका प्रेम चाँद की रौशनी की तरह नाजुक और सुंदर है, और वे एक-दूसरे के साथ अपनी यात्रा को जारी रखने का वादा करते हैं। 🌙💖

--अतुल परब
--दिनांक-23.12.2024-सोमवार. 
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