"खुली खिड़कियों से सूर्योदय"

Started by Atul Kaviraje, December 30, 2024, 09:46:46 AM

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Atul Kaviraje

सुप्रभात, सोमवार मुबारक हो

"खुली खिड़कियों से सूर्योदय"

खुली खिड़कियों से आती सूरज की किरण,
लेकर आई है एक नया जीवन, एक नई उमंग। 🌞
धरे पर बिखरे रंगीन रश्मियाँ सारी,
हर दिल में फैल गई हैं नयी जिंदगानी की सवारी। 🌈

सूरज की रोशनी ने धुंध को किया दूर,
अंधेरे में छुपे थे कितने भी और घाव, और शोर।
अब हर सुबह एक नई आशा लेकर आती है,
नई दिशा, नई राह, जो थमे नहीं जाती है। ✨

फूलों में महक, हवाओं में रुख बदलता,
सपनों के रंग में संसार सजा करता। 🌸💨
शीतल हवा ने ये संदेश दिया है,
ज़िन्दगी में कभी भी हार नहीं होता है। ❤️

आशाओं के बीज हर सुबह डालते हैं,
सपनों के रास्ते पर हम चल पड़ते हैं।
सूरज की किरणों से एक अनोखी बात,
हर दिन एक नई शुरुआत का ख्याल आती है साथ। 🌟🌻

खुली खिड़कियों से सूरज की किरणें,
हमारे दिलों में लाती हैं नई धडकनें।
हर सुबह का वादा है, कभी हार नहीं मानेंगे,
सपनों के पीछे हम हमेशा दौड़ते रहेंगे। 🚶�♂️💫

     यह कविता सूर्योदय की सुंदरता को प्रतीक के रूप में जीवन की नई शुरुआत, आशा, और सकारात्मकता के रूप में दर्शाती है। सूरज की किरणें हमें जीवन में आगे बढ़ने, संघर्ष करने और कभी हार न मानने का संदेश देती हैं। यह कविता हमें हर दिन को एक नई शुरुआत मानने की प्रेरणा देती है, जहां उम्मीदें और सपने हमेशा नए रास्ते दिखाते हैं।

प्रतीक और इमोजी:

🌞 - सूरज, नए दिन की शुरुआत
🌈 - आशा और नए रंग
✨ - नई दिशा और उम्मीदें
🌸 - खुशियाँ, फूलों की खुशबू
💨 - ताजगी, नई ऊर्जा
❤️ - प्रेम और जीवन की शक्ति
🌻 - उभरता सूरज, आशा
🌟 - यश और सफलता
🚶�♂️ - चलना, आगे बढ़ना

--अतुल परब
--दिनांक-30.12.2024-सोमवार. 
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