परिवार और समाज में उनकी भूमिका – 2

Started by Atul Kaviraje, December 30, 2024, 10:40:45 PM

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Atul Kaviraje

परिवार और समाज में उनकी भूमिका – उदाहरण सहित विस्तृत विवेचन-

3. सामाजिक सुरक्षा और विकास:
समाज के जिम्मेदार नागरिक समाज की भलाई के लिए काम करते हैं। वे गरीबों की मदद करने के लिए स्वैच्छिक कार्य करते हैं, पर्यावरण की रक्षा करते हैं, और सामाजिक विकास के लिए अपनी भूमिका निभाते हैं। उदाहरण के तौर पर, स्वच्छ भारत अभियान या पानी बचाओ अभियान जैसी पहलें समाज में सामाजिक जागरूकता और जिम्मेदारी को दर्शाती हैं।

4. संवेदनशीलता और सामूहिक जिम्मेदारी:
समाज हमें जिम्मेदारी का एहसास कराता है, जैसे कि हमारे कृत्य और कार्यों से अन्य लोगों पर क्या प्रभाव पड़ता है। उदाहरण के रूप में, अगर कोई व्यक्ति सड़क पर कचरा फेंकता है तो इससे न केवल उस व्यक्ति की छवि खराब होती है, बल्कि पूरे समाज की स्वच्छता पर भी असर पड़ता है।

परिवार और समाज के बीच संबंध
परिवार और समाज के बीच प्रभाव: जैसे समाज का परिवार पर प्रभाव पड़ता है, वैसे ही परिवार का समाज पर भी प्रभाव होता है। परिवार में जो संस्कार और मूल्य सिखाए जाते हैं, वे समाज में व्यक्ति के व्यवहार को प्रभावित करते हैं। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी बच्चे को घर पर अच्छे संस्कार मिलते हैं, तो वह समाज में भी अच्छे नागरिक के रूप में कार्य करेगा।

समाज की प्रतिक्रिया परिवार पर: समाज में हो रहे बदलावों का प्रभाव परिवार पर भी पड़ता है। उदाहरण के लिए, यदि समाज में आर्थिक बदलाव होते हैं, तो परिवार में आर्थिक संरचना भी प्रभावित हो सकती है। इसी तरह, समाज में शिक्षा के स्तर में सुधार होने पर परिवार में बच्चों की शिक्षा पर भी प्रभाव पड़ता है।

निष्कर्ष
परिवार और समाज दोनों ही मानव जीवन के अभिन्न अंग हैं। परिवार व्यक्तिगत जीवन को आकार देता है, जबकि समाज उसे बाहरी दुनिया से जोड़ता है। इन दोनों के बीच एक गहरा संबंध होता है। परिवार समाज के लिए आदर्श नागरिक तैयार करता है, और समाज परिवार को एक संदर्भ और दिशा प्रदान करता है। एक स्वस्थ परिवार और समाज के सहयोग से ही एक समृद्ध राष्ट्र का निर्माण संभव है।

उदाहरण:

परिवार का उदाहरण: एक व्यक्ति, जिसने अपने परिवार से अच्छे संस्कार सीखे, वह समाज में सही आदर्श प्रस्तुत करता है।
समाज का उदाहरण: एक समाज जहां लोग एक-दूसरे की मदद करते हैं, वहां परिवारों को भी सहारा मिलता है, और समाज में शांति और समृद्धि का वातावरण बनता है।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-30.12.2024-सोमवार.
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