११ जनवरी, २०२५ - लाल बहादूर शास्त्री पुण्यतिथि-

Started by Atul Kaviraje, January 11, 2025, 10:53:38 PM

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Atul Kaviraje

११ जनवरी, २०२५ - लाल बहादूर शास्त्री पुण्यतिथि-

लाल बहादूर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे और भारतीय राजनीति के एक महान नेता के रूप में उनकी पहचान बनी। उनका जीवन संघर्ष और त्याग से भरा हुआ था। उनकी पुण्यतिथि हर वर्ष ११ जनवरी को मनाई जाती है, जब उन्होंने देश को नेतृत्व देने का कार्य किया। उनका जीवन, उनके सिद्धांत और उनके योगदान भारतीय राजनीति में हमेशा याद किए जाएंगे।

लाल बहादूर शास्त्री का जीवन परिचय:
लाल बहादूर शास्त्री का जन्म २ अक्टूबर १९०४ को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। वे एक बेहद सरल और ईमानदार व्यक्ति थे। शास्त्री जी ने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और महात्मा गांधी के नेतृत्व में आंदोलन में सक्रिय रूप से शामिल हुए। वे एक ऐसे नेता थे जिन्होंने देश की सेवा के लिए हमेशा खुद को समर्पित किया।

लाल बहादूर शास्त्री के योगदान:

भारत- पाकिस्तान युद्ध (१९६५): लाल बहादूर शास्त्री के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच १९६५ में युद्ध हुआ। इस युद्ध में शास्त्री जी ने बहुत कुशलता से देश का नेतृत्व किया। उनकी प्रसिद्ध कूटनीति और रणनीति के कारण भारत को मजबूती से खड़ा किया। 'जय जवान जय किसान' का नारा उनकी पहचान बना, जो भारतीय सेना और किसानों की मेहनत और योगदान को मान्यता देने के लिए था।

आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रयास: शास्त्री जी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उन्होंने खाद्य उत्पादन को बढ़ाने के लिए 'हरित क्रांति' की शुरुआत की और किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि देश को खाद्यान्न की कमी का सामना न करना पड़े।

आर्थिक सुधार और प्रगति: शास्त्री जी ने भारत के विकास के लिए कई योजनाओं को लागू किया, जिससे देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत किया। उनका उद्देश्य था कि भारत को विदेशी सहायता की बजाय आत्मनिर्भर बनाया जाए।

सादगी और ईमानदारी: उनका जीवन सादगी, ईमानदारी और त्याग का प्रतीक था। वे हमेशा एक साधारण जीवन जीते हुए अपने कर्तव्यों को निभाते थे। उनका आदर्श आज भी हमारे लिए एक प्रेरणा है।

लघु कविता:-

देश के लिए जीवन समर्पित किया,
सिर्फ कर्तव्य नहीं, सच्चाई से भरा था।
लाल बहादूर शास्त्री का जोड़ा,
हमारे दिलों में आज भी महकता रहा।

"जय जवान जय किसान" का नारा,
हमेशा हमारे साथ रहेगा सारा।
उनकी प्रेरणा हमें हर दिन मिले,
भारत को ऊंचा उठाने का संकल्प फिर से जगे।

विवेचन:
लाल बहादूर शास्त्री जी का जीवन और उनका कार्य भारतीय राजनीति और समाज में आज भी अविस्मरणीय है। उनका नेतृत्व भारत के लिए प्रेरणा का स्रोत है। शास्त्री जी ने कभी अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं को देश के हित से ऊपर नहीं रखा। उनका जीवन हम सभी को यह सिखाता है कि किसी भी कार्य में सफलता पाने के लिए ईमानदारी, कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता कितनी महत्वपूर्ण होती है। उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता, क्योंकि उनका कार्य और विचारधारा आज भी हमें मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।

शास्त्री जी का प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल भले ही छोटा था, लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्य और उनके सिद्धांत भारतीय राजनीति के लिए एक अमिट छाप छोड़ गए हैं। उनकी पुण्यतिथि पर हमें उनकी महानता को याद करना चाहिए और उनके सिद्धांतों को अपने जीवन में उतारना चाहिए।

समारोप:
लाल बहादूर शास्त्री जी का जीवन और उनके योगदान हमें यह संदेश देते हैं कि जीवन में सफलता पाने के लिए साधना, सच्चाई और संघर्ष की आवश्यकता होती है। उनका जीवन एक प्रेरणा है और उनके द्वारा किए गए कार्य आज भी हमारे समाज और देश को दिशा देने का काम कर रहे हैं। हमें हमेशा उनके सिद्धांतों को याद रखना चाहिए और अपने कर्तव्यों को निभाने में उनकी तरह ईमानदारी और प्रतिबद्धता को अपनाना चाहिए।

"जय जवान जय किसान" 🚜👨�🌾

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-11.01.2025-शनिवार.
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