राजमाता जिजाबाई भोसले जयंती - एक सुंदर कविता-

Started by Atul Kaviraje, January 12, 2025, 11:42:27 PM

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Atul Kaviraje

राजमाता जिजाबाई भोसले जयंती - एक सुंदर कविता-

🎉 जय भवानी जय शिवाजी! 🎉

राजमाता जिजाबाई का जीवन था अत्यंत प्रेरणादायक और शौर्य से भरा। उन्होंने अपने पुत्र शिवाजी महाराज को बचपन से ही स्वराज्य और स्वतंत्रता के महत्व को सिखाया। उनका जीवन मातृत्व, त्याग और निष्ठा से भरपूर था। आइए, उनकी जयंती के अवसर पर उनकी याद में एक सुंदर कविता पढ़ें।

चरण 1: राजमाता का मातृत्व और बलिदान 👩�👦

राजमाता जिजाबाई ने दिया स्वराज्य का मंत्र,
शिवाजी को सिखाया, धर्म और नीतियों का केंद्र।
मातृत्व की मूरत, त्याग की आदर्श,
उनकी उपासना से बढ़ा था स्वराज्य का प्रभाव। 🌸

अर्थ: जिजाबाई ने अपने पुत्र शिवाजी को धर्म, नीतियों और स्वराज्य की महिमा सिखाई। उनके त्याग और मातृत्व के कारण ही शिवाजी में एक महान शासक बनने की क्षमता आई।

चरण 2: जिजाबाई का नेतृत्व और संघर्ष 💪

जिजाबाई का नेतृत्व था हमेशा सही दिशा में,
स्वराज्य की स्थापना, किया कठिन संघर्ष में।
सभी दुश्मनों से लड़ा उनका सामना,
संगठन और सामर्थ्य से भरा हुआ था उनका मानी। ⚔️

अर्थ: जिजाबाई ने स्वराज्य स्थापना के लिए कठिन संघर्ष किया और नेतृत्व में अपनी सूझबूझ और सामर्थ्य का परिचय दिया। उनकी सोच और निर्णयों ने शिवाजी को एक मजबूत और स्वतंत्र राजा बनाया।

चरण 3: स्वराज्य का सपना और उसकी प्रेरणा 🌍

स्वराज्य का सपना था दिल में, अडिग विश्वास,
शिवाजी के साथ, जिजाबाई ने बढ़ाया राज्य का आकार।
नारी शक्ति को पहचान, किया हर कार्य में साथ,
कभी न रुकी, बढ़ती रही उन्हें अपने रास्ते पर साथ। ✨

अर्थ: जिजाबाई का स्वराज्य का सपना हमेशा उनके दिल में था, और उन्होंने इसे पूरा करने के लिए शिवाजी का साथ दिया। उन्होंने नारी शक्ति को पहचाना और अपने संघर्ष में निरंतर उनका समर्थन किया।

चरण 4: जिजाबाई का त्याग और समर्पण 🙏

जिजाबाई ने किया हर कठिनाई का सामना,
समाज और धर्म के लिए समर्पण किया पूरा काम।
उनकी मेहनत और संघर्ष का फल मिला,
स्वराज्य स्थापित हुआ, देश की शान बढ़ा। 💫

अर्थ: जिजाबाई ने अपने जीवन में अनेक कठिनाइयों का सामना किया और हमेशा समाज और धर्म के लिए समर्पित रही। उनके त्याग और मेहनत के कारण ही स्वराज्य की स्थापना संभव हो पाई।

कविता:

राजमाता जिजाबाई की महिमा अपार,
शिवाजी को दिया आत्मबल का सार।।
त्याग और तपस्या से किया स्वराज्य का निर्माण,
उनकी राह पर हम सभी का हो आभार। ✨

स्वराज्य की दीप जलाया शिवाजी ने,
लेकिन जिजाबाई का योगदान सर्वोच्च था।
धर्म, नीति, और परिश्रम का संगम,
राजमाता जिजाबाई का जीवन पवित्र था। 💖

निष्कर्ष:
राजमाता जिजाबाई भोसले ने अपने जीवन में जो त्याग, संघर्ष, और मातृत्व की मिसाल प्रस्तुत की, वह आज भी प्रेरणा का स्रोत है। उनका नेतृत्व, उनका समर्पण और उनका शौर्य सदैव हमारे दिलों में जीवित रहेगा। उनका योगदान स्वराज्य की स्थापना में अमूल्य था।

🎉 जय भवानी जय शिवाजी! 🎉
राजमाता जिजाबाई की जयंती पर नमन! 🙏

🌸

--अतुल परब
--दिनांक-12.01.2025-रविवार.
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