आधुनिक प्रौद्योगिकी का समाज पर प्रभाव-2

Started by Atul Kaviraje, January 15, 2025, 11:03:49 PM

Previous topic - Next topic

Atul Kaviraje

आधुनिक प्रौद्योगिकी का समाज पर प्रभाव-

मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: डिजिटल दुनिया में अधिक समय बिताने से मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है। सोशल मीडिया पर सकारात्मकता की बजाय नकारात्मकता और आक्रामकता को बढ़ावा मिल सकता है। इससे व्यक्तियों में अवसाद, चिंता और तनाव जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

उदाहरण: सोशल मीडिया पर अपने जीवन की तुलना दूसरों के जीवन से करना आत्मविश्वास को कमजोर करता है और कई बार यह मानसिक अवसाद का कारण बन सकता है।

नौकरी की सुरक्षा और रोजगार में कमी: प्रौद्योगिकी और ऑटोमेशन के कारण कई पारंपरिक नौकरियाँ खत्म हो रही हैं। रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग के कारण कई ऐसे कार्य, जो पहले मनुष्यों द्वारा किए जाते थे, अब मशीनों द्वारा किए जा रहे हैं। इससे बेरोजगारी बढ़ने की संभावना है, खासकर उन क्षेत्रों में जहाँ मैन्युअल काम होता है।

उदाहरण: ऑटोमेटेड कस्टमर सर्विस चैटबोट्स ने बहुत सी कंपनियों में ग्राहकों से जुड़ने के पारंपरिक तरीकों को समाप्त कर दिया है, जिससे कर्मचारियों की कमी हो सकती है।

गोपनीयता और डेटा सुरक्षा: प्रौद्योगिकी ने डेटा संग्रहण और गोपनीयता के संबंध में नए खतरे उत्पन्न किए हैं। व्यक्तिगत जानकारी, बैंक विवरण और अन्य संवेदनशील डेटा अब ऑनलाइन प्लेटफार्मों पर संग्रहीत होते हैं, जिससे साइबर हमले, डेटा चोरी और गोपनीयता उल्लंघन की घटनाएँ बढ़ रही हैं।

उदाहरण: डेटा चोरी और हैकिंग की घटनाएँ जैसे कि 'Facebook' डेटा लीक और 'Yahoo' हैकिंग ने गोपनीयता के खतरे को उजागर किया है।

लघु कविता:

प्रौद्योगिकी की दुनिया में छुपा है सुख,
लेकिन सावधानी से रखना होगा हम अपना रुख।
नए युग में जीवन का अनमोल ज्ञान है,
पर बिना समझे इसे अपनाना घातक हो सकता है।

संपूर्ण विवेचन:
आधुनिक प्रौद्योगिकी ने समाज के हर पहलू को प्रभावित किया है। जहाँ एक ओर इसने हमारे जीवन को अधिक सुलभ और सुविधाजनक बनाया है, वहीं इसके नकारात्मक प्रभावों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल अगर सही तरीके से किया जाए, तो यह समाज के विकास में सहायक हो सकता है, लेकिन अगर इसे अनुशासित और संतुलित तरीके से नहीं अपनाया गया, तो यह मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक रिश्तों और व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।

प्रौद्योगिकी के सकारात्मक पहलुओं को अपनाते हुए हमें इसके नकारात्मक प्रभावों से भी सावधान रहना चाहिए। इसका संतुलित और विवेकपूर्ण उपयोग ही समाज के लिए लाभकारी साबित होगा।

शुभेच्छा!

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-15.01.2025-बुधवार.
===========================================