विष्णु का 'कूर्म' अवतार: इसका आध्यात्मिक और दिव्य अर्थ-2

Started by Atul Kaviraje, January 16, 2025, 12:19:02 AM

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Atul Kaviraje

विष्णु का 'कूर्म' अवतार: इसका आध्यात्मिक और दिव्य अर्थ-
(Vishnu's Kurma Avatar: Its Spiritual and Divine Meaning)

लघु कविता - कूर्म अवतार का संदेश:-

कूर्म अवतार में भगवान ने दिखाया,
धैर्य और स्थिरता का बल पाया।
समुद्र मंथन में साथ दिया पर्वत को,
धर्म की राह पर चला, यही था कूर्म का रूप।

प्रकृति में संतुलन रखो, जीवन में शांति लाओ,
विपत्तियों में भी धैर्य से तुम आगे बढ़ाओ।
कूर्म का संदेश हमें यह सिखाता,
धैर्य, स्थिरता और समर्थन से जीवन सवारता।

अर्थ:
कविता में कूर्म अवतार के प्रमुख संदेशों को समाहित किया गया है। इसमें भगवान विष्णु के स्थिरता, संतुलन, सहारा देने और धैर्य के महत्व को बताया गया है। जीवन में जब भी संकट आए, हमें शांत और स्थिर रहकर उसका सामना करना चाहिए। कूर्म अवतार का संदेश है कि जीवन में संतुलन बनाए रखना आवश्यक है, और हमें किसी भी समस्या से जूझते समय स्थिरता बनाए रखनी चाहिए।

विवेचन:
भगवान विष्णु का कूर्म अवतार न केवल एक धार्मिक घटना है, बल्कि यह हमारे जीवन के प्रत्येक पहलू में एक गहरी शिक्षा का स्रोत भी है। यह हमें जीवन के हर क्षेत्र में संतुलन और स्थिरता बनाए रखने का महत्व सिखाता है। जैसे कूर्म (कछुआ) अपने अस्तित्व को अपनी पीठ पर निर्भर करता है, वैसे ही हम भी अपने जीवन में संतुलन और स्थिरता के बिना अपने उद्देश्यों को प्राप्त नहीं कर सकते।

कूर्म अवतार का महत्व हमारे जीवन के उतार-चढ़ाव को समझने और सामना करने में है। यह हमें यह बताता है कि जीवन में चाहे कितनी भी कठिनाइयाँ आएं, अगर हम आत्म-निर्भर और स्थिर रहते हैं, तो हम उन समस्याओं से उबर सकते हैं। भगवान विष्णु के कूर्म अवतार के माध्यम से यह भी समझाया गया है कि हमें जीवन में दूसरों के लिए सहायक और समर्थक बनना चाहिए, ताकि हम सामूहिक रूप से सफलता की ओर बढ़ सकें।

अंतिम विचार:
कूर्म अवतार भगवान विष्णु का एक अद्भुत रूप है, जो हमें स्थिरता, संतुलन, और जीवन के कर्तव्यों का पालन करने का पाठ देता है। यह हमें यह सिखाता है कि जीवन में चाहे जो भी कठिनाई हो, हमें अपनी आंतरिक शक्ति और धैर्य के साथ उसे पार करना चाहिए। इस अवतार से हमें यह भी समझ में आता है कि आत्म-संयम, स्थिरता और सहारा देने की भावना जीवन के सभी पहलुओं में अत्यंत आवश्यक हैं।

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-15.01.2025-बुधवार.
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