भारतीय संस्कृति और उसकी विशेषताएँ-2

Started by Atul Kaviraje, January 18, 2025, 06:31:40 PM

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Atul Kaviraje

भारतीय संस्कृति और उसकी विशेषताएँ-

भारतीय संस्कृति का विस्तृत विवेचन-

1. धार्मिक विविधता और सहिष्णुता
भारत में एक ही देश में विभिन्न धर्मों के लोग निवास करते हैं और उनकी धार्मिक मान्यताएँ भी अलग-अलग हैं। फिर भी, यहाँ की संस्कृति में धार्मिक सहिष्णुता का सिद्धांत प्रमुख है। प्रत्येक धर्म का आदर किया जाता है, और भारतीय संस्कृति में सार्वधर्म समभाव का उच्चतम आदर्श मौजूद है। यहाँ पर धार्मिक सहिष्णुता को एक महत्वपूर्ण सामाजिक सिद्धांत के रूप में स्वीकार किया गया है, जिसका पालन आज भी भारत में किया जाता है।

2. पारिवारिक संरचना
भारतीय संस्कृति में परिवार को केंद्रबिंदु माना गया है। यहाँ पर एकल परिवार की अवधारणा नहीं होती, बल्कि संयुक्त परिवार में लोग रहते हैं, जहां आपस में सहयोग और एक दूसरे का सम्मान होता है। परिवार में बुजुर्गों को सम्मान दिया जाता है, और बच्चों को नैतिकता और संस्कारों का महत्व सिखाया जाता है। यह पारिवारिक बंधन जीवन को स्थिर और प्रगति की ओर प्रेरित करता है।

3. आध्यात्मिकता और ध्यान
भारतीय संस्कृति की एक अन्य महत्वपूर्ण विशेषता आध्यात्मिकता है। योग और ध्यान को जीवन की एक ऊँची अवस्था के रूप में देखा जाता है। भारतीय संस्कृति में व्यक्ति का उद्देश्य सिर्फ भौतिक सुख प्राप्त करना नहीं है, बल्कि आत्मा की शांति और मोक्ष की प्राप्ति भी है। भगवद गीता, उपनिषद और वेद जैसे ग्रंथों में यह बात स्पष्ट रूप से दर्शाई गई है कि आत्मा के कल्याण के लिए आत्मसाक्षात्कार आवश्यक है।

4. कला और संगीत
भारतीय कला और संगीत में प्राचीन समय से एक अमूल्य धरोहर पाई जाती है। भारतीय शास्त्रीय संगीत और नृत्य ने न केवल भारतीय समाज को समृद्ध किया, बल्कि पूरे विश्व को अपनी पहचान दिलाई। उदाहरण के लिए, भरतनाट्यम, कथक, और ओडीसी जैसे नृत्य शैलियाँ भारतीय कला का हिस्सा हैं। भारतीय चित्रकला और वास्तुकला में भी गहरी परंपरा है, जो आज भी सांस्कृतिक धरोहर के रूप में समृद्ध है।

5. सामाजिक समरसता और परंपरा
भारतीय समाज में परंपराओं का सम्मान किया जाता है। प्रत्येक त्योहार और पूजा समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट करता है। ये परंपराएँ ना केवल धार्मिक होती हैं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण होती हैं। उदाहरण के लिए, दिवाली का त्योहार सभी भारतीयों के लिए एक सांस्कृतिक उत्सव है, जो समृद्धि, खुशी और एकता का प्रतीक है।

निष्कर्ष
भारतीय संस्कृति एक अत्यधिक समृद्ध, विविध और प्राचीन धरोहर है, जो न केवल धर्म और परंपराओं का पालन करती है, बल्कि जीवन को उच्चतम आदर्शों और नैतिकता के साथ जीने की प्रेरणा भी देती है। यह संस्कृति समय के साथ बदलती रही है, लेकिन इसके मूल सिद्धांत और आदर्श आज भी हमारे जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। भारतीय संस्कृति की विविधता में एकता, आध्यात्मिकता का आदर्श, सामाजिक समरसता, और परिवार और समाज का बंधन इसे एक अनमोल धरोहर बनाते हैं।

शुभ भारतीय संस्कृति! 🌸

--संकलन
--अतुल परब
--दिनांक-17.01.2025-शुक्रवार.
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